धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की लव स्टोरी के बारे में अब तक बहुत कुछ लिखा जा चुका है। दोनों एक्टर्स भी कई बार इस बारे में इंटरव्यूज में बात कर चुके हैं। हालांकि धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर की तरफ से इस बारे में बयान कम ही सुनने या पढ़ने को मिले हैं। वह मीडिया ग्लेयर से दूर रहती हैं। हालांकि बहुत कम लोगों को पता होगा कि धर्मेंद्र ने जब हेमा मालिनी से शादी की तो प्रकाश उनके खिलाफ बोलने के बजाय अपने पति के बचाव में बोली थीं
कहानी कुछ यूं थी कि हेमा और धर्मेंद्र 1970 में फिल्म ‘तुम हसीन मैं जवान’ की शूटिंग के दौरान मिले थे। लंबा समय साथ गुजारते और साथ में फिल्में करते-करते दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। पर चीजें इतनी आसान नहीं थीं क्योंकि धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा और 4 बच्चों के पिता थे। हेमा के मां-बाप इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जितेंद्र और संजीव कुमार भी हेमा मालिनी को पसंद करते थे। खबरें थीं कि मां-बाप के दबाव में हेमा जितेंद्र से शादी करने के लिए तैयार भी हो गई थीं। धर्मेंद्र आखिरी मौके पर पहुंच गए और उन्होने हेमा को मना लिया। 1980 में दोनों की शादी हो गई। इन सबके बीच धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर चुप्पी साधे रहीं? दोनों की शादी 1954 में हुई थी। उस वक्त धर्मेंद्र 19 साल के थे। धर्मेंद्र के कैरेक्टर के बारे में जब नेगेटिव बातें कही जाने लगीं तो प्रकाश कौर सामने आई थीं।
उस वक्त एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने पति के खिलाफ उल्टा-सीधा बोलने वाले लोगों को करारा जवाब दिया था। इंडिया टुडे के एक आर्टिकल के मुताबिक, धर्मेंद्र के बचाव में वह बोली थीं, सिर्फ मेरे पति ही क्यों कोई भी मर्द मेरे मुकाबले हेमा को पसंद करेगा। मेरे पति पर उंगली उठाने की लोगों की हिम्मत कैसे हुई जबकि आधी से ज्यादा इंडस्ट्री ऐसा कर रही है। सभी हीरो के अफेयर हैं और दोबारा शादी कर रहे हैं।
प्रकाश ने यह भी कहा था, भले ही वह सबसे अच्छे पति नहीं साबित हुए लेकिन उनका बर्ताव मुझसे बहुत अच्छा और वह बेहतरीन पिता हैं। उनके बच्चे उन्हें बहुत प्यार करते हैं और वह उनको कभी अनदेखा नहीं करते। हेमा के बारे में प्रकाश क्या सोचती हैं? इस पर उन्होने हेमा से नफरत नहीं बल्कि सहानुभूति जताई थी।
पिंकविला के एक आर्टिकल में प्रकाश का बयान कोट किया गया था। उन्होंने कहा था, मैं समझ सकती हूं हेमा पर क्या बीतती होगी। उन्हें भी दुनिया, रिश्तेदार और दोस्तों का सामना करना होता है। लेकिन अगर मैं हेमा की जगह होती तो ऐसा कभी ना करती। औरत होने के नाते मैं उनकी भावनाएं समझती हूं लेकिन बीवी और मां होने के नाते जो उन्होंने किया उस पर राजी नहीं हो सकती।