चार मई से शुरू हो रहे लॉकडाउन के तीसरे चरण में सरकार की सबसे बड़ी चिंता रेड जोन को लेकर है। अगले 14 दिन में इन क्षेत्रों का रंग ऑरेंज करने की चुनौती है। इन क्षेत्रों में लगातार मामले बढ़ रहे हैं और इनमें अधिकांश वे शहर शामिल हैं जो व्यापारिक, राजनीतिक और आर्थिक गतिविधियों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं। साथ ही, इनमें घनी आबादी भी मौजूद है। बढ़े हुए लॉकडाउन में इन क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा फोकस किया जाना है। यहां घर-घर सर्वे, हर रोज टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और एक ही दिन में रिपोर्ट लाए जाने की तैयारी की जा रही है।
लॉकडाउन के दो चरणों में सरकार ने देश के बड़े हिस्से में कोरोना संक्रमण को तेजी से फैलने पर रोकने में सफलता हासिल की है, लेकिन रेड जोन वाले क्षेत्रों में दिक्कतें अभी बनी हुई है और इससे खतरा भी बरकरार है। सरकार की कोशिश 17 मई तक सभी रेड जोन को ऑरेंज जोन में लाने की है। इसके लिए वह सख्ती भी बढ़ाएगी और जो छूट दी गई हैं, उनको भी बेहद नियंत्रित ढंग से लागू किया जाएगा ताकि संक्रमण कम से कम फैले। मध्य प्रदेश में अब 17 मई तक शराब की दुकानें बंद रहेंगी।
देश में बीते 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड 83 मौतें दर्ज की गईं। इस बीच, संक्रमण के 2487 नये मामले भी सामने आए, जिससे देश में संक्रमितों की संख्या 40 हजार पार कर गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार शाम को जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमितों की संख्या 40,263 पहुंच गई है। मरने वालों की संख्या 1306 हो गई है। स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़ी है। अब तक कुल 10,887 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। स्वस्थ होने वालों का प्रतिशत 26 फीसदी से भी अधिक है। कुल 28,070 रोगियों का देश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्य हैं।
प्रवासी मजदूरों और छात्रों की अपने घरों तक वापसी भी परेशानी का कारण है क्योंकि उन पर अगले दो हफ्ते तक कड़ी नजर रखनी होगी। साथ ही, उनको क्वॉरंटाइन करने से लेकर रोजगार तक की व्यवस्था भी देखनी होगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने तो इस बारे में कई कदम उठाए भी हैं, लेकिन अन्य राज्यों से अभी पूरी रिपोर्ट नहीं मिली है। रेड जोन वाले क्षेत्रों में अभी काफी समय तक सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे। तीसरा चरण खत्म होगा तब भी वहां पर सख्ती के साथ नियमों पर का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।