पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के सांसद ने बड़े पैमाने पर हुए विरोध और कार्रवाई की मांग के बाद अल्पसंख्यक हिंदुओं के प्रति असम्मान प्रकट करने वाला अपना ट्वीट को हटा लिया है और इसके साथ ही उन्होंने अपने कृत्य के लिए माफी भी मांगी है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के नेशनल असेंबली सदस्य आमिर लियाकत हुसैन ने विपक्षी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाब का माखौल उड़ाने के लिए हिंदू देवी की तस्वीर के साथ ट्वीट कर विवाद पैदा कर दिया था।
हुसैन नामी टीवी प्रजेंटर हैं और प्रसिद्ध धार्मिक विद्वान के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन अपने इस कृत्य से वह हिंदू समुदाय, नागरिक समाज और राजनेताओं के निशाने पर आ गए। सिंध प्रांत के थारपार्कर इलाके से पीटीआई के ही प्रतिनिधि रमेश कुमार वंकवानी ने हुसैन के ट्वीट की निंदा करते हुए उसे शर्मनाक करार दिया है।
पाकिस्तान हिंदू कांउसिल के अध्यक्ष वंकवानी ने ट्वीट कर लिखा, ”खुद को धार्मिक मामलों का विद्वान बताने का दावा करने वाले व्यक्ति के इस शर्मनाक कृत्य की हम कड़ी निंदा करते हैं जो दूसरे धर्मों का सम्मान करना भी नहीं जानता।”
उन्होंने कहा, ”इस ट्वीट को तुंरत हटाएं नहीं, तो हमारे पास ईशनिंदा कानून के तहत सख्त कार्रवाई की मांग करने और पूरे देश में प्रदर्शन करने का अधिकार है।सिंध के उमरकोट से अन्य हिंदू नेता लाल मलही ने भी हुसैन के कृत्य की निंदा की और प्रधानमंत्री खान से इस गैर-कानूनी कृत्य पर संज्ञान लेने का आग्रह किया था।
हुसैन ने बाद में अपने ट्वीट को हटाते हुए हिंदू समुदाय से माफी मांगी। उन्होंने कहा, ”मैं जानता हूं कि हिंदू समुदाय की भावना आहत हुई है। मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं, यह वह सीख है जो मेरा धर्म सिखाता है।”