कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार दोपहर प्रयागराज पहुंचीं। उन्होंने पुलिसिया कहर के शिकार हुए घूरपुर के बसवार गांव में निषाद समुदाय की पीड़ा सुनी। उन्होंने यमुना किनारे टीले पर मौजूद निषाद समुदाय के लोगों की समस्याएं सुनने के बाद न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
चार फरवरी को यमुना में बालू के अवैध खनन के आरोप पर जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ कार्रवाई की थी। इस दौरान कई बालू लदी नावों को तोड़ डाला था। ग्रामीणों, नाविकों और मजदूरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने लाठी भी भांजी थी और लगभग दो सौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। कुछ लोग गिरफ्तार भी किए गए थे।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई का इससे पहले समाजवादी पार्टी तथा निषाद पार्टी की तरफ से विरोध किया जा चुका है। अब कांग्रेस भी इस मुद्दे पर निषादों के समर्थन में उतर आई हैं। इसकी कमान खुद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाल ली है। उनके आने का कार्यक्रम आनन-फानन बना। महिलाओं के समूह ने प्रियंका वाड्रा को पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई के बारे में बताया।
महिलाओं से बातचीत के बाद प्रियंका गांधी ने कांग्रस की एनडी तिवारी सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले की सरकार नदी किनारे रहने वालों के हित में कानून बनाती थी। जो लोग नदी किनारे रहते हैं, उन्हें पता है कि नदी की भलाई किसमें है। पहले की सरकार आपके लिए काम करती थी। आज की सरकार आपके लिए काम नहीं कर रही है। आज योजनाएं खनन माफिया के लिए बनाई जा रही हैं। अलग अलग माफियाओं के लिए कानून बनाए जा रहे हैं।
प्रियंका ने कहा कि किसानों का आंदोलन चल रहा है। उनके मामलों को भी सरकार समझ नहीं रही है। अगर समझ रही है तो मदद नहीं कर रही है। बड़े बड़े खरबपतियों के फायदे के लिए कानून बनाया जा रहा है। तीनों कृषि कानूनों से किसानों का कोई फायदा नहीं है। किसान विरोध कर रहे हैं लेकिन पूंजीपतियों के फायदे के लिए किसानों के खिलाफ कानून बनाया जा रहा है।
बमरौली एयरपोर्ट से रास्ते भर जगह जगह प्रियंका गांधी का स्वागत किया गया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू और आराधना मिश्रा मोना भी इस दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ मौजूद रहीं।कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट से सीधे यमुनापार के घूरपुर स्थित बसवार गांव पहुंचीं। प्रियंका का काफिला जब बसवार पहुंचा तो उनकी एक झलक पाने के लिए ग्रामीण पुरुष, महिलाओं के साथ बच्चों में उत्साह दिखा। यमुना किनारे टीले पर निषाद समुदाय से प्रियंका वाड्रा ने अभिवादन करने के बाद बातचीत शुरू की।
प्रियंका के आगमन के दौरान बसवार गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस मौजूद रही। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी डटे रहे। प्रियंका गांधी के आने से पहले ही बसवार गांव में सैकड़ों की संख्या में निषाद समुदाय के लोग मौजूद पहुंच गए थे।