उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 4 फरवरी से एक साल तक चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाए। इसके साथ ही सभी जिलों में शहीद स्मारक स्थलों पर चौरी-चौरा की घटना को केन्द्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। इसके अलावा आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर15 अगस्त, 2021 से तक वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की कार्ययोजना बनाई जाए।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश रविवार शाम उच्चस्तरीय बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि चौरी-चौरा की घटना में स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा दी। इस घटना के संबंध में आम जनमानस सहित युवा पीढ़ी को तथ्यपरक जानकारी होनी चाहिए। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय आयोजन समिति व मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति का गठन भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश भी दिए
– सभी जिलों में शहीद स्मारक स्थलों पर पुलिस बैण्ड के साथ शहीदों को सलामी दी जाए।
– चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर केंद्र से पत्र व्यवहार कर डाक टिकट जारी करने का अनुरोध किया जाए।
– चौरी-चौरा रेलवे स्टेशन पर पाथ-वे बनाने के लिए रेलवे को लिखा जाए।
– सभी शहीद स्मारक स्थलों को चिन्हित कर उनके सौन्दर्यीकरण का कार्य को आगे बढ़ाया जाए।
– स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके परिवार के सदस्यों को सम्मानित कराया जाए।
– उत्कृष्ट स्तर के लाइट एंड साउंड कार्यक्रम तैयार किये जाएं।
– चौरी-चौरा की सहित स्वाधीनता आन्दोलन की घटनाओं तथा शहीदों से सम्बन्धित साहित्य को एकत्र कर, उसे डिजिटल फॉर्म में लाया जाए।
– विश्वविद्यालयों में स्वाधीनता आंदोलन से संबंधित विषयों पर स्कॉलरशिप की व्यवस्था कर इन विषयों पर उत्कृष्ट स्तर का शोध कराया जाए।