महराजगंज के बृजमनगंज की पुलिस ने हसबुद्दीन हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार मृतक की बड़ी बेटी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिल कर पिता की हत्या कराई थी। वारदात को अंजाम देते समय वह पिता का पैर पकड़ी थी। उसके प्रेमी ने गला दबाकर हत्या की थी। इस मामले में दोनों गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिए गए।
एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। आरोपित बेटी का कहना है कि जायदाद के नाम पर बाग का कुछ हिस्सा बचा है। पिता अपनी बीमारी का इलाज कराने के लिए बाग बेचना चाहते थे। वह नहीं चाहती थी कि बाग बिके। इसलिए अपने प्रेमी के साथ मिल कर पिता की हत्या की योजना बनाई। 25 नवंबर की रात में ही वारदात को अंजाम दिया गया। उस रात हसबुद्दीन कमरे में अपने तख्त पर सोया था।
सुनियोजित साजिश के तहत हत्यारोपित राजेन्द्र चौधरी उर्फ मेघू ने हसबुद्दीन के मुंह को तकिया से दबा दिया। फिर गला दबाकर हत्या को अंजाम दिया। उस रात शव को ठिकाने लगाने का मौका नहीं। शव को तख्ते के नीचे छिपाकर रखा गया। 26 नवंबर की रात में प्रेमी ने प्रेमिका के पिता की लाश को कंधे पर लाद घर से एक किमी दूर बनगढ़िया पुल से पवह नाले में फेंक दिया था। गुरुवार को दोनों को बनगढ़िया चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
बृजमनगंज क्षेत्र के ग्रामसभा नयनसर टोला भगतपुर निवासी हसबुद्दीन के परिवार में सात बेटियां हैं। पत्नी की मौत 12 साल पहले हो चुकी है। तीन बेटियों की शादी कर चुका था। बड़ी बेटी सबीना खातून समेत चार बेटियों की शादी नहीं हुई थी। पिता की हत्यारोपित बेटी सबीना का कहना है कि बहनों की शादी के लिए वह अपनी शादी नहीं की थी।
हसबुद्दीन हत्याकांड में बड़ी बेटी सबीना ने ही बृजमनगंज थाना में 28 नवंबर को पिता के गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसके मुताबिक 25 नवंबर को पिता हसबुद्दीन साइकिल लेकर घर से निकला था। वापस नहीं लौटा। पुलिस केस दर्ज खोजबीन कर रही थी। इसी बीच एक दिसंबर को बनगढ़िया के पास पवह नाला में हसबुद्दीन का शव मिला। उसके बाद बड़ी बेटी हत्या की आशंका जताई थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह दम घुटना बताया गया। इसके बाद बृजमनगंज पुलिस बड़ी बेटी सबीना की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। खुलासा करने वाली टीम में एसओ बृजमनगंज संजय दूबे, हेड कांस्टेबिल प्रेम शंकर दूबे, कांस्टेबिल शिवेन्द्र शाही, सुशील उपाध्याय व अनुराधा शुक्ला शामिल रहीं।