देश की पहली थियेटर कमान अगले साल के शुरू में अस्तित्व में आ सकती है। पहली थियेटर कमान मैरीटाइम कमान होगी, जिसकी जिम्मेदारी भारतीय समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा होगी। इस कमान को बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। सेनाओं में हो रहे सुधारों के तहत देश में कुल सात थियेटर कमान बनाई जानी हैं। इनमें चीन सीमा के लिए उत्तरी थियेटर कमान, पाकिस्तान सीमा के लिए पश्चिमी थियेटर कमान तथा दक्षिण भारत के लिए पेनसुएला थियेटर कमान शामिल हैं।
समुद्र और द्वीपों की सुरक्षा के लिए मैरीटाइम थियेटर कमान तथा हवाई सुरक्षा के लिए एयर डिफेंस थियेटर कमान बनेगी। सूत्रों के अनुसार इन पांच कमान के बनाने का कार्य पूरा होने के बाद एक स्पेस थियेटर कमान एवं एक लॉजिस्टिक थियेटर कमान भी बनाई जाएगी। सूत्रों के अनुसार मैरीटाइम थियेटर कमान बनाने का कार्य प्रगति पर है तथा इसमें तीनों सेनाओं को एकीकृत किया जा रहा है।
जल्द ही अंडमान-निकोबार ट्राई सर्विस कमान को भी इसमें मर्ज कर दिया जाएगा। देश में अभी अंडमान-निकोबार एकमात्र ऐसी कमान है, जिसमें तीनों सेनाएं पहले से शामिल हैं। लेकिन इस कमान का क्षेत्र सीमित है, जिसे अब मैरीटाइम कमांड में शामिल कर लिया जाएगा। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह के अनुसार, मैरीटाइम कमान को बनाने का कार्य तेजी पर है। अन्य कमानों के मुकाबले जिस रफ्तार से काम चल रहा है, उससे उम्मीद है कि जो पहली थियेटर कमान आकार लेगी वह मैरीटाइम कमान होगी।
चीन एवं अमेरिका की तर्ज पर ये थियेटर कमान बनाई जा रही है। चीन पांच थियेटर कमान बना चुका है। थियेटर कमान के भीतर तीनों सेनाओं का बैकअप होता तथा इसका एक प्रमुख और एक मुख्यालय होता है। इनके पीछे असल मकसद सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया को त्वरित करना और मारक क्षमता में इजाफा करना है। इसमें संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल भी सुनिश्चित होता है।
सैन्य मामलों के विभाग द्वारा थियेटर कमान गठन के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। 2022 के अंत तक पांच कमान तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि स्पेस कमान एवं लॉजिस्टिक कमान को तैयार करने में थोड़ा और वक्त लग सकता है।
अभी सेना की सात, वायुसेना की छह तथा नौसेना की तीन कमान हैं। जबकि अंडमान-निकोबार ट्राई सर्विस कमान है। थियेटर कमान बनने के बाद ये कमान खत्म कर दी जाएंगी।