पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केन्द्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को शनिवार को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। भारत किसान यूनियन (दकौंडा) के राज्य महासचिव जगमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा,” मुख्यमंत्री ने किसान संगठनों को चंडीगढ़ में एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस संबंध में हमने शनिवार को यहां किसान भवन में एक बैठक बुलाई है और उस बैठक में मुख्यमंत्री के आमंत्रण के संबंध में जो भी सर्वसम्मति होगी हम उसके अनुसार काम करेंगे।
किसान राज्य में यात्री ट्रेनों को गुजरने की अनुमति नहीं दे रहे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार से गुरूवार को उदारता दिखने और माल सेवाओं की बहाली को यात्री ट्रेनों की आवाजाही से नहीं जोड़ने की अपील की थी।
यह बैठक दोपहर 1.30 बजे शुरू होगी। यह पहला अवसर है जब केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे सूबे के किसान संगठनों के साथ मुख्यमंत्री खुद मुलाकात करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने किसान संगठनों से बातचीत के लिए तीन कैबिनेट मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी हुई थी।
गुरुवार को किसान संगठनों द्वारा यात्री ट्रेनें नहीं चलने देने का फैसला लिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने किसान नेताओं से खुद मिलने का फैसला किया है। प्रदेश में केंद्र द्वारा किसानों के रेल रोको आंदोलन के कारण केंद्र सरकार ने ट्रेनों की आवाजाही रोक दी है। हालांकि मुख्यमंत्री के आग्रह के बाद आंदोलनकारी किसानों ने मालगाड़ियों को अपने आंदोलन से छूट दे दी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने तब तक ट्रेनें नहीं चलाने का एलान किया है, जब तक सभी रेलवे ट्रैक और स्टेशनों से किसान धरना नहीं उठा लेते।