दिल्ली और आसपास कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रदेश सरकार इस मामले में काफी सतर्कता बरत रही है। अब हवाई जहाज, प्रमुख ट्रेनें और बसों से आने वाले यात्रियों की रैंडम आधार पर कोरोना की जांच के लिए एंटीजन टेस्ट कराए जाएंगे। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने मंगलवार को इस आशय का निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
मुख्य सचिव ने सोमवार को वरिष्ठ प्रशासनिक अफसरों के साथ कोविड-19 के इलाज और बचाव पर समीक्षा बैठक की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार के साथ ही सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार जुड़े।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि पांच फीसदी या उससे अधिक पाजिटिव केस पाए जाने वाले जिलों में टेस्टिंग टारगेट की समीक्षा की जाए। जिन क्षेत्रों में कोरोना के अधिक केस आ रहे हैं, वहां पर कांट्रैक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाते हुए फोकस्ड टेस्टिंग की जाए।
आपको बता दें कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर है जिसमें एक नवंबर से 16 नवंबर के बीच एक लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए और करीब 1,200 संक्रमितों की मृत्यु हो गई। वहीं करीब 94,000 मरीज इस अवधि में संक्रमण से उबरने में सफल रहे। राजधानी में 28 अक्टूबर से कोरोना वायरस के मामलों में अचानक से इजाफा देखा गया है। उस दिन पहली बार संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 5,000 से अधिक हो गई और 11 नवंबर को रोजाना के मामलों की संख्या 8,000 के पार चली गई।