भारत ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से संघर्ष विराम का अकारण उल्लंघन किए जाने को लेकर शनिवार को पाकिस्तानी उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया और कड़ा विरोध दर्ज कराया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा निर्दोष नागरिकों को ‘जानबूझकर निशाना बनाने की कड़े शब्दों मे निंदा की और कहा कि पाकिस्तान की ओर से त्यौहारों के समय नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी करके शांति भंग किया जाना और हिंसा भड़काना निंदनीय है।
उसने कहा, पाकिस्तान उच्चायोग के चार्ज दी अफेयर्स को विदेश मंत्रालय द्वारा तलब किया गया था। उनके समक्ष पाकिस्तान के संघर्ष विराम का अकारण उल्लंघन करने को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया। विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत ने सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ कररने में पाकिस्तान का निरंतर सहयोग मिलने को लेकर कभी कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
पाकिस्तानी सैनिकों ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में उरी सेक्टर से लेकर गुरेज सेक्टर के बीच कई स्थानों पर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन किया जिसमें पांच सुरक्षाकर्मियों सहित 11 लोगों की मौत हो गई। भारतीय सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें पाकिस्तानी सेना के आठ सैनिक मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए। इसके अलावा उसके बुनियादी ढांचे को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है। अधिकारियों और सूत्रों ने यह जानकारी दी।