लखनऊ। राष्ट्रीय संत कबीर नगर के दबंग और प्रशासन के बीच के गठजोड़ के राष्ट्रीय सचिव गंगा सिंह सैंथवार ने जनपद संत कबीर नगर के दबंग और प्रशासन के बीच के गठजोड़ पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि एक ओर खलीलाबाद कोतवाली की एफआईआर के गम्भीर आपराधिक धाराओं में दर्ज अभियुक्तों की गिरफ्तारी वहाँ के पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही है और अभियुक्त गण श्री मती सरोज मौर्या और उनके परिवार को जान माल की धमकियां दे रहे हैं तो दूसरी ओर उसी एफआईआर संख्या 0230/2020में दर्ज अभियुक्त उदय प्रताप चतुर्वेदी जनपद के जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के कोरोना फण्ड के लिए एक लाख इक्यावन हजार रुपये का चेक देते हुए फोटोशूट करा रहा है जो कि स्थानीय मीडिया द्वारा छापी गई है। श्री सैंथवार ने कहा कि यह भी जनपद में दबंगई का प्रदर्शन और संरक्षण है।इस गठजोड़ से जिले का मौर्या समाज भयभीत है क्योंकि इससे पूर्व भी यहाँ के मौर्या समाज के साथ दबंगों ने अन्याय किया है।वर्ष 2019 में नेदुला में रामप्यारे मौर्य की 3विस्वा जमीन की रजिस्ट्री में धोखा देकर 3के स्थान पर 30 विस्वा करा लिया गया जिसकी भी एफआईआर संख्या 0645 वर्ष 2019अन्तर्गत दफा 419/420/68/71/120बी दर्ज है।इस मुकदमे में भी समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है क्योंकि इसका भी सम्बन्ध एक जन प्रतिनिधि से है।इसी प्रकार के अन्य अत्याचारों के कारण जनपद का मौर्या समाज उद्वेलित है।। रालोद के राष्ट्रीय सचिव ने मौर्या समाज के साथ हो रहे अन्याय के प्रति रोष व्यक्त करते हुए कहा कि लाक डाउन के पश्चात राष्ट्रीय लोकदल का एक प्रतिनिधि मण्डल इस सन्दर्भ में प्रदेश के महामहिम राज्यपाल से मिलकर उचित कार्यवाही की माँग करेगा ताकि इस समाज को भी प्रशासनिक संरक्षण मिल सके।