बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पहले चरण में जदयू के 35 प्रत्याशी एनडीए की ओर से मैदान में होंगे। इनमें से चार जदयू कोटे के सरकार के मंत्री हैं, जिनकी प्रतिष्ठा दांव पर होगी।
मंत्रियों में ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार जमालपुर तो परिवहन मंत्री संतोष निराला राजपुर सुरक्षित सीट से, जबकि साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्री जय कुमार सिंह फिर से दिनारा सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, पिछले चुनाव में घोसी सीट से जीत पाने वाले शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा इसबार जहानाबाद क्षेत्र की जनता से जनसमर्थ पाने उतरे हैं। पहले चरण में जदयू ने 35 में से 11 सीटों पर नए उम्मीदवार उतारे हैं, जो पहली बार बिहार विधानसभा के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि इनमें से संजय प्रसाद (चकाई) और मनोज यादव (बेलहर) और मनोरमा देवी (अतरी) बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं।
पहली बार मैदान में उतरने वालों में सुल्तानगंज से ललित मंडल, अमरपुर से विधायक जनार्दन यादव के पुत्र जयंत राज, मोकामा से राजीव लोचन, मसौढ़ी से नूतन पासवान (जदयू की ओर से पहली बार), जगदीशपुर से कुसुमलता श्रीवास्तव, डुमरांव से प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा, नोखा से नागेन्द्र चन्द्रवंशी, ओबरा से जदयू प्रशिक्षण सेल के प्रमुख सुनील कुमार शामिल हैं।
जदयू ने पहले चरण के चुनाव में प्रत्याशियों के चयन में अपने आधार वोट बैंक का भरपूर ख्याल रखा है। इस चरण में पांच महिलाएं, एक मुस्लिम, 23 पिछड़ा-अतिपिछड़ा, 5 दलित-महादलित जबकि सात सवर्ण प्रत्याशी उतारे गए हैं। सवर्णों में 4 भूमिहार जबकि 3 राजपूत हैं। जदयू के 35 प्रत्याशियों की औसत उम्र की बात करें तो यह 50 पार है। अलबत्ता आधा दर्जन 50 के नीचे के भी प्रत्याशी हैं। सबसे युवा घोसी से राहुल कुमार हैं। 50 वर्ष से नीचे के प्रत्याशियों में जयंत राज, बशिष्ठ सिंह, अंजुम आरा, कुसुमलता कुशवाहा, सुदर्शन कुमार, मनोज यादव, सुनील कुमार आदि हैं, जबकि सबसे उम्रदराज में ललित मंडल, मेवालाल चौधरी, राजीव लोचन हैं।
जदयू ने पहले चरण में ज्यादातर उच्चशिक्षित प्रत्याशियों को उतारा है। मेवालाल चौधरी पूसा कृषि विवि के पूर्व कुलपति हैं वहीं सुल्तानगंज से उतरे ललित मंडल प्रोफेसर हैं। वहीं डुमरांव से चुनाव लड़ रहीं अंजुम आरा एलएलएम हैं। जयकुमार सिंह, कृष्णनंद वर्मा समेत जदयू के ज्यादातर प्रत्याशी उच्च शिक्षित हैं। वहीं मोकामा से पहली बार चुनाव लड़ने वाले राजीव लोचन नारायण किसान हैं।