राजस्थान के सीकर जिले में शादी को लेकर फ्रॉड करने का एक मामला सामने आया है। लुधियाना के युवक ने शादीशुदा व एक बेटी होने के बावजूद खुद को अविवाहित बताकर सीकर की युवती से धोखे से शादी कर ली। दूसरी पत्नी ने जब दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
आरोपी करण पुत्र राजेश लुधियाना का रहने वाला है। करण ने खुद को ईसाई बताकर अक्टूबर 2014 में अमृतसर की क्रिश्चियन युवती के साथ चर्च में शादी की थी। उनकी एक बेटी हुई। बेटी के जन्म के बाद उसने खुद को अविवाहित बताते हुए जुलाई 2015 में सीकर के मोचीवाड़ा में रहने वाली युवती के साथ शादी कर ली। युवती के अनुसार शादी के दौरान उसके घर वालों ने हैसियत से ज्यादा दहेज दिया। इसके बावजूद शादी के तीन-चार महीने बाद पति करण, सास व ननद उसको दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। पति मलेशिया चला गया। वहां से लौटने के बाद उससे मारपीट करने लगा। जबरन शराब पिलाता था।
लड़का हुआ तो ससुराल वालों ने फिर रुपए और गाड़ी की मांग की। उसने फोन कर इसके बारे में अपने घरवालों बताया। उसके माता-पिता उसको साथ लेकर सीकर आ गए। इसके बाद उसने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराया। पीड़िता के भाई ने बताया कि उसका दोस्त लुधियाना में ही रहता है। उसने करण के बारे में जानकारी जुटाई तो पता लगा कि वह पहले से शादीशुदा है और उसकी बेटी भी है। पीड़िता के भाई ने मलेशिया में उस मॉल के मालिक से बात की, जहां करण काम करता था। उसने बताया कि करण अपनी पत्नी के साथ यहां रहता है।
इधर, करण जब वापस मलेशिया से लुधियाना पहुंचा तो उस पर केस दर्ज होने की जानकारी मिली। वह वकील के साथ सीकर आया तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता के अनुसार शादी के बाद करण उसको अपने माता-पिता के पास रखता था, जबकि पहली पत्नी को थोड़ी दूर एक फ्लैट में रखता था। उसके ससुराल वालों ने भी यह जानकारी छुपाए रखी। मामले के जांच अधिकारी और महिला थानाधिकारी कमल कुमार ने बताया कि पीड़िता ने तो दहेज प्रताड़ना का ही मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन, बाद में पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि आरोपी करण पुत्र राजेश चौहान पहले से शादीशुदा है और उसकी एक लड़की भी है।