हाथरस गैंगरेप कांड की जांच के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने अपनी जांच पूरी कर ली है। टीम, सीएम को कल अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
उत्तर प्रदेश के गृह सचिव की अगुवाई में यह एसआईटी बनी थी। सीएम योगी ने टीम को मामले में जड़ तक पहुंचने का आदेश दिया था। टीम में दलित और महिला अधिकारी को भी शामिल किया गया। इनमें अगुवाई कर रहे गृह सचिव भगवान स्वरूप के अलावा अन्य दो सदस्यों में डीआईजी चंद्र प्रकाश और सेनानायक पीएसी आगरा पूनम शामिल हैं। सीएम ने टीम को पूरे मामले की जांच कर एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। कल यह मियाद पूरी हो रही है। सूत्रों के मुताबिक टीम ने अपनी जांच पूरी कर ली है। बुधवार को वह सीएम योगी को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
हाथरस कांड में चारों आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पीड़िता के परिवार और विपक्ष के आरोपों के मद्देनजर यूपी सरकार ने पहले तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर जांच के आदेश दिए थे। लेकिन इस कांड को लेकर सरकार और पुलिस के एक्शन पर सवाल उठने लगे थे, जिसके बाद यूपी सरकार ने सोमवार को यह मामला सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया।
गौरतलब है कि हाथरस जिले के एक गांव में 14 सितंबर को 19 वर्षीय दलित लड़की से चार लड़कों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया था। इस लड़की की बाद में 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। मौत के बाद आनन-फानन में पुलिस ने रात में अंतिम संस्कार कर दिया था, जिसके बाद काफी बवाल हुआ। परिवार का कहना है कि उसकी मर्जी से पुलिस ने पीड़िता का अंतिम संस्कार किया, वहीं पुलिस ने इन दावों को खारिज किया।