हरियाणा के चरखी दादरी में पुलिस और छंटनी किए गए पीटीआई (फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर्स) के बीच शुक्रवार को झड़प हो गई। इसके दौरान कथित तौर पर पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को बड़ी संख्या में छंटनी किए गए पीटीई शिक्षक उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को ज्ञापन सौंपने के लिए जबरन पीडब्लूडी भवन में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें रोकने के दौरान उनके और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके बाद पीटीआई शिक्षकों ने पुलिस और दुष्यंत चौटाला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दुष्यंत अपने परदादा और पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल चौटाला की 107 वीं जयंती के उपलक्ष्य में चरखी दादरी आए हैं, तभी यह झड़प हुई।
प्रदर्शनकारियों में से एक सुनील कुमारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम अपनी नौकरी बहाली के लिए विरोध कर रहे थे। हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज किया। हम चौटाला से मिलना चाहते थे ताकि प्रशासन हमारी मदद कर सके। जब तब वह हमारी मदद नहीं करेंगे तब तब हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
एक अन्य प्रदर्शनकारी सुनीता ने कहा कि मैं विरोध में घायल हो गई हूं। चौटाला अपने परदादा की जयंती मनाने के लिए यहां आए थे और हमें उस सरकार की पुलिस ने पीट रही जो ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ का नारा देती है।सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का बहाना बनाकर छंटनी किए गए 1983 पीटीआई शिक्षकों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। हम अपना विरोध जारी रखेंगे।
इस साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के 1983 पीटीआई शिक्षकों की नियुक्ति को रद्द कर दिया था। इनका चयन 2010 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के दौरान किया गया था।