कोरोना को लेकर बड़ा दावा: सीजनल वायरस बन सकता है कोविड-19

हम सभी कुछ श्वसन वायरस के मौसमी पैटर्न से परिचित हैं। अब वैज्ञानिकों का सुझाव है कि कोविड-19 वायरस के कारण होने वाली बीमारी नरम जलवायु वाले देशों में मौसमी बन जाएगा। उस समय कोविड-19 सीजन भर में प्रसारित होगा।

फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ नामक पत्रिका में प्रकाशित ये निष्कर्ष, वायरस को नियंत्रित करने के लिए अभी-अभी जरूरी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के महत्व को उजागर करते हैं। कोविड -19 साल भर तक प्रकोप पैदा करता रहेगा जब तक कि उसकी प्रतिरक्षा क्षमता हासिल नहीं हो जाती। बता दें कि अध्ययनकर्ता हसन ज़ारकेट ने अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ बेरुत से लेबनान में अध्ययन किया है। इसलिए, जनता को इसके साथ रहने और मास्क पहनने, शारीरिक दूरी, हाथ की स्वच्छता और भीड़-भाड़ वाले समारोहों से बचकर रहना सीखना होगा। 

शोधकर्ता बताते हैं कि हवा में और सरफेस पर वायरस का अस्तित्व, संक्रमण के प्रति लोगों की संवेदनशीलता, और मानव व्यवहार, जैसे कि इनडोर भीड़, तापमान में परिवर्तन के कारण अलग-अलग मौसम में भिन्न होते हैं। ये कारक वर्ष के विभिन्न समयों में श्वसन वायरस के संचरण को प्रभावित करते हैं।  

भारत में कोविड-19 के 90,123 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 50,0000 के आंकड़े को पार कर गई। देश में केवल 11 दिन के अंदर मामले 40 लाख से बढ़कर 50 लाख के पार चले गए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बुधवार तक 39,42,360 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के बाद देश में कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर 78.53 प्रतिशत हो गई है।

मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 के मामलों की कुल संख्या 50,20,359 हो गई है। वहीं, पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 1,290 लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 82,066 हो गई। भारत में कोविड-19 के मामले 21 दिन में 10 से 20 लाख के पार पहुंचे थे। इसके बाद 16 दिन में 30 लाख और 13 दिन में 40 लाख के आंकड़े को पार किया था। वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे।

देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर गिरकर 1.63 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 9,95,933 मरीजों का कोरोना वायरस का इलाज जारी है, जो कि कुल मामलों का 19.84 प्रतिशत है।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 15 सितम्बर तक कुल 5,94,29,115 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई, जिसमें से 11,16,842 नमूनों की जांच मंगलवार को ही की गई। आंकड़ों अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 1,290 लोगों की मौत हुई है, उनमें सबसे ज्यादा 515 लोग महाराष्ट्र के हैं। इसके अलावा कर्नाटक के 216, उत्तर प्रदेश के 113, पंजाब के 90, आंध्र प्रदेश के 69, तमिलनाडु के 68, पश्चिम बंगाल के 59, दिल्ली के 36 लोग शामिल हैं।

आंकड़ों अनुसार अभी तक कुल 82,066 लोगों की मौत हुई है, इनमें सर्वाधिक 30,409 लोग महाराष्ट्र के हैं। वहीं तमिलनाडु के 8,502 , कर्नाटक के 7,481, आंध्र प्रदेश के 5,041 , दिल्ली के 4,806 , उत्तर प्रदेश के 4,604, पश्चिम बंगाल के 4,062 , गुजरात के 3,244 , पंजाब के 2,514 और मध्य प्रदेश के 1,820 लोग शामिल हैं । स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि संक्रमण की वजह से मरने वाले 70 फीसदी से ज्यादा लोग दूसरी बीमारियों से भी ग्रसित थे। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर कहा, ” हमारे आंकड़ों का मिलान आईसीएमआर से किया जा रहा है। ”

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