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अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन होने जा रहा है। कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है। वहीं इसके अलावा कई बड़े नेता इस समारोह में शिरकत करेंगे, जिसे देखते हुए अयोध्या जिला प्रशासन ने न्यूज चैनल्स के लिए एक परामर्श जारी किया है। इस परामर्श में कहा गया है कि 5 अगस्त को राम मंदिर के लिए ‘भूमि पूजन’ के दौरान यहां से न्यूज चैनल्स चर्चा पर आधारित जो भी कार्यक्रम प्रसारित करेंगे, उनमें अयोध्या भूमि विवाद मामले से जुड़ा कोई वादकारी (लिटिगेंट) शामिल नहीं होना चाहिए।
प्रशासन ने यह भी कहा कि यदि भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान चैनल उत्तर प्रदेश के अयोध्या से किसी चर्चा या कार्यक्रम का प्रसारण कर रहे हैं तो उसमें किसी व्यक्ति या धर्म के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं होनी चाहिए। परामर्श के अनुसार न्यूज चैनल्स को कोई कार्यक्रम करने से पहले अनुमति लेनी होगी और प्राधिकारियों को एक शपथ पत्र भी देना होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्यक्रम आयोजित करने के लिए न्यूज चैनल्स को मजिस्ट्रेट से पूर्व अनुमति लेनी होगी, उन्हें सीमित संख्या में पैनलिस्ट की अनुमति होगी और किसी भी प्रसारण या रिकॉर्डिंग में दर्शक या जनता को शामिल होने की अनुमति नहीं होगी।
इसके अलावा कार्यक्रम में एक मजिस्ट्रेट और पुलिस की तैनाती की जाएगी और पैनलिस्ट और न्यूज चैनल के कर्मचारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा।