कोरोना संक्रमण की शुरुआत होते ही यूपी 112 की वर्क फ्रॉम होम की तैयारी अंतत: काम आ गई। आपात सेवा 112 का मुख्यालय 48 घंटे के लिए बंद किए जाने के बाद भी यह सेवा जारी है। वर्क फ्रार्म होम की बदौलत यह सेवा अपनी एक तिहाई क्षमता से काम कर पा रही है। सोमवार को शाम 4 बजे से मुख्यालय पर पूर्ववत काम शुरू हो जाएगा। पुलिस की अन्य इकाइयां भी अब वर्क फ्रॉम होम जैसी वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में जुटी हैं।
नगर निगम की टीम ने दूसरे दिन रविवार को भी यूपी 112 के मुख्यालय में सेनेटाइजेशन किया गया। एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि वर्क फ्रॉम होम और प्रयागराज में बनाए गए कंट्रोल रूम के सहयोग से आपात सेवाएं जारी रखी गई हैं। अपने-अपने घर से काम कर रहे 140 संवाद अधिकारियों और प्रयागराज उपकेंद्र पर काम करने वाले 40 संवाद अधिकारियों की बदौलत यह सेवा अपनी एक तिहाई क्षमता से काम कर रही है। सामान्य तौर पर 670 संवाद अधिकारी काम करती हैं। उन्होंने बताया कि आपात स्थिति में 112 की सेवा न मिलने पर नागरिक 1073 पर भी कॉल करके मदद मांग रहे हैं। पुलिस टि्वटर व फेसबुक के साथ सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव व्हाट्सएप नंबर 7570000100 और 7233000100 पर आने वाले मैसेज पर भी मदद पहुंचाई जा रही है।
डीजीपी मुख्यालय ने पुलिस की सभी इकाइयों को अनिवार्य रूप से कोविड केयर सेंटर बनाने और बाहर से आने वाले पुलिसकर्मियों को जांच के बाद ही अंदर आने देने के निर्देश दिए हैं। उधर, डीजीपी मुख्यालय ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए प्रतिबंधों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। नियमों का उल्लंघन करने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। लॉक डाउन लागू किए जाने के बाद पुलिस अब तक 18.60 लाख वाहनों का चालान कर चुकी है। इसमें से 57070 वाहनों को सीज किया गया है। वाहनों के चालन से 32.30 करोड़ रुपये शमन शुल्क वसूल किया गया है। इसके साथ ही धारा 188 के तहत 72673 और आवश्यक वस्तु अधिनियम (ईसी एक्ट) के तहत 705 एफआईआर दर्ज की गई है।