Dr.S.K. Srivastava
लखनऊ 14 जून राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की डबल इंजन की सरकारें किसानों के नाम पर सब्जबाग दिखाने के अतिरिक्त कुछ नहीं करती। विगत ६ वर्ष से केंद्र सरकार और ३ वर्ष से प्रदेश सरकार किसानों की आय दुगुनी करने का लालीपाप दिखा रही हैं और किसानों की दशा निरंतर सोचनीय होती जा रही है ।
डॉ अहमद ने कहा कि गन्ना किसानों का हज़ारों करोड़ रुपया बकाया पड़ा हुआ है जिसके लिए पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में धरना प्रदर्शन हो रहा है परन्तु सरकार के कानों पर जूँ तक नहीं रेंग रही है ।केवल इतना ही नहीं किसानो को महँंगी बिजली और महँगा डीज़ल मिल रहा है, खाद और बीज के लिए किसानों को दर दर की ठोकरें खाना पड़ रहा है। प्रदेश की कुल आबादी का सत्तर प्रतिशत किसान है और सरकार यदि इन किसानों को लाकडौन अवधि का बिजली का बिल और कृषि सम्बन्धी सरकारी देयों को माफ़ कर दे तो इसे भी प्रदेश के किसान अपने लिए राहत समझ लेंगे जबकि कर्जमाफी के नाम पर सरकार ने किसानों को डेढ़ और दो रुपये के चेक देकर अपमानित करने का काम किया था फिर भी प्रदेश सरकार को बहुमत देने वाला किसान आशा की डोर बाँध रखी है ।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की वर्तमान समय में सब्जी किसान, फूल किसान, पान किसान, आम किसान के साथ साथ इस क्षेत्र में काम करने वाला मजदूर वर्ग भी परेशान है।प्रदेश सरकार से मांग करते हुए उन्होंनेकहा कि प्रदेश के सभी किसानों,मजदूरों और कामगारों को लाकडौन अवधि का बिजली का बिल और समस्त सरकारी देयों को माफ़ किया जाना चाहिए क्योंकि यही वर्ग प्रदेश की अर्थ व्यवस्था की नींव है। यद्यपि यह सरकार समय समय पर बढ़ा चढ़ाकर आँकड़ा प्रस्तुत करने तथा अपनी पीठ स्वयं ठोकने में ही अपनी कर्त्तव्य परायणता समझ लेती है ।जनता का दुःख दर्द जानने के लिए जनता के बीच कोई भी प्रतिनिधि नहीं गया जबकि वाहवाही लूटने की दृष्टि से अब प्रधानमंत्री के पत्र की प्रतिलिपि घर घर पहुँचायी जा रही है। सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी प्रदेश प्रवक्ता