भारत-चीन वार्ता: कमांडर हरिंदर सिंह देंगे चीनी घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब

भारत-चीन सीमा पर पिछले महीने भर से जारी तनाव को दूर करने के लिए भारत और चीन की सेनाओं के बीच लेफ्टनेंट जनरल स्तर की बाचतीत होगी। भारतीय सैनिक दल का नेतृत्व लेह स्थित 14 वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करेंगे। आर्मी कमांडर्स की मीटिंग में चीन की ओर से दक्षिण शिनजियांग मिलिट्री रीजन के कमांडर और पीपुल्‍स लिबरेशन आर्मी (PLA) के ग्रुप मेजर जनरल लियु लिन मौजूद रहेंगे। वह साल 2015 से ही इस इलाके में तैनात हैं। उन्‍हें भी 2019 में कमांडर बनाया गया था। वार्ता में चीन की ओर से दक्षिण शिनजियांग मिलिट्री रीजन के कमांडर और पीपुल्‍स लिबरेशन आर्मी (PLA) के ग्रुप मेजर जनरल लियु लिन मौजूद रहेंगे। वह साल 2015 से ही इस इलाके में तैनात हैं। उन्‍हें भी 2019 में कमांडर बनाया गया था।

भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह द्वारा किया जाएगा। ले लेह-आधारित 14 कोर के कमांडर हैं। ‘फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स’ के नाम से पहचाना जाने वाला ये सबसे इलाका मौसम और ऊंचाई की चुनौतियों का सामना करता है। आतंकवाद रोधी विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने पिछले साल अक्टूबर में 14 कोर की कमान संभाली थी। इससे पहले, उन्होंने भारतीय सेना में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें सैन्य खुफिया महानिदेशक, सैन्य संचालन महानिदेशक, और ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स और स्ट्रैटेजिक मूवमेंट के महानिदेशक के पद शामिल थे।

लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने संयुक्त राष्ट्र के एक मिशन के तहत अफ्रीका में भी काम किया है और जम्मू-कश्मीर में युद्ध का अनुभव देखा है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह को सेना की मराठा लाइट इन्फैंट्री में नियुक्त किया गया था। बाद में अपने सैन्य कैरियर के दौरान, लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज (DSSC)से स्नातक किया। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (आईडीएसए), नई दिल्ली में और सिंगापुर में एस. राजारतनम स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (आरएसआईएस) में सीनियर रिसर्चर भी रहे।

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