दिल्ली के मंडावली में नगर निगम के पूर्व पार्षद प्रत्याशी की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक 40 वर्षीय राहुल नागर उर्फ भूरू (Rahul Nagar alias Bhuru) पर आठ माह पूर्व भी हमला हुआ था, लेकिन तब वह बच गया था। राहुल के परिजनों ने जेल में बंद करतार पर हत्या कराने का आरोप लगाया है। पुलिस हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, मृतक राहुल के खिलाफ आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह मंडावली थाने का घोषित बदमाश था। राहुल परिवार के साथ पश्चिमी विनोद नगर में रहता था। परिवार में पत्नी शर्मिला, तीन बच्चे, बड़ा भाई व अन्य सदस्य हैं। राहुल का प्रॉपर्टी के अलावा भवन निर्माण का कारोबार था।
राहुल नागर बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे घर के पास डीडीए पार्क में टहलने के लिए निकला था। इसी दौरान चार बदमाशों ने घेरकर उस पर गोलियां बरसा दीं। बदमाशों ने करीब छह गोलियां चलाईं, जिसमें चार गोलियां राहुल को लगीं। वारदात के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। राहुल को तुरंत पास के पटपड़गंज स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।राहुल के परिजनों का आरोप है कि इलाके के रहने वाले करतार से राहुल का रुपये को लेन-देन का विवाद चल रहा था। आरोप है कि पिछले साल नवंबर में भी करतार ने राहुल पर गोलियां चलवाई थीं, लेकिन तब वह बच गया था। पुलिस का कहना है कि राहुल मंडावली थाने का घोषित बदमाश था। इसलिए कई एंगल को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है।2017 में राहुल पश्चिमी विनोद नगर वार्ड से एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया था। इसके बाद भाजपा ने राहुल को अपना समर्थन दे दिया था। हालांकि वह चुनाव नहीं जीत सका था।