राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच आम आदमी पार्टी (आप) की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार ने इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की अध्यक्षता में डॉक्टरों की एक 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
यह कमेटी राजधानी में कोविड अस्पतालों की तैयारी और स्थिति, चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता और दिल्ली के बाहर के रोगियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने पर एक रिपोर्ट तैयार करेगी। कमेटी 6 जून तक अपनी रिपोर्ट देगी सरकार सौंपेगी।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा था कि राजधानी की सीमाएं फिलहाल एक सप्ताह तक बंद रहेंगी और साथ ही उन्होंने इनको खोलने के लिए सुझाव भी मांगे हैं। केजरीवाल ने कहा था कि आवश्यक सेवाओं में काम कर रहे लोग जिनके पास वैध पास होगा, उन्हें आने-जाने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगी सीमाओं को खोलने के लिए 8800007722 व्हाट्सएप नंबर पर सुझाव भेज सकते हैं और 1031 पर फोन कर सकते हैं। वहीं इस संबंध में सुझाव भेजने के लिए एक वेबसाइट भी जारी की गई है।
केजरीवाल ने कहा था कि कुछ लोग कहेंगे कि अगर दूसरे राज्यों के लोगों को शहर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाती है, तो वे कोविड-19 संकट के मद्देनजर बड़ी संख्या में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाएंगे और इससे दिल्लीवासी उनका उपयोग नहीं कर पाएंगे। केजरीवाल ने आश्वासन दिया कि दिल्ली में कोविड-19 के लिए इलाज के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की कमी नहीं होगी।
24 घंटे में 4.5 लाख सुझाव मिले
बता दें कि, दिल्ली सरकार को उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगी सीमाएं दोबारा खोलने को लेकर मंगलवार तक लोगों की ओर से 4.5 लाख से अधिक सुझाव मिल चुके हैं। एक अधिकारी ने मंगलवार यह जानकारी देते हुए कहा कि सरकार को 24 घंटे के भीतर ही 4.5 लाख सुझाव मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि सभी सुझावों का विश्लेषण कर इस सप्ताह के अंत में इस मामले पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार, दिल्ली में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक 1298 नए रोगी मिले हैं। दिल्ली सरकार के मुताबिक, कोरोना वायरस से 33 और लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही अब दिल्ली में कोरोना से मरने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या 556 पहुंच गई है।
दिल्ली सरकार ने अपने आधिकारिक बुलेटिन में कहा कि दिल्ली में अभी तक कोरोना से 556 लोगों की मृत्यु हुई है। मंगलवार (2 जून) को दिल्ली सरकार ने कोरोना से मरने वाले 33 और लोगों की जानकारी दी। इनमें से 11 व्यक्तियों की मृत्यु बीते 24 घंटे के दौरान हुई, जबकि शेष 22 व्यक्तियों की मृत्यु 14 अप्रैल से लेकर 30 मई तक अलग-अलग दिनों में हुई है। दिल्ली में अभी तक 22132 लोग कोरोना वायरस से ग्रसित हो चुके हैं।
दिल्ली में कोरोना की चपेट में आए 9243 लोग अभी तक स्वस्थ हो चुके हैं। दिल्ली में इस समय 12573 कोरोना के एक्टिव रोगी हैं। दिल्ली सरकार ने 7461 कोरोना पॉजिटिव रोगियों को उनके घर में ही आइसोलेशन में रखा है। दिल्ली सरकार के मुताबिक यह लोग लगातार फोन के माध्यम से डॉक्टरों के संपर्क में रहेंगे। दिल्ली सरकार ने फिलहाल 1 सप्ताह के लिए दिल्ली की सीमाएं सील कर दी है। इसके साथ ही दिल्ली में अब कोरोना हॉटस्पॉट की संख्या बढ़कर 143 हो गई है। इन सभी 143 हॉटस्पॉट को दिल्ली सरकार ने सील किया है।
दिल्ली के कोविड अस्पतालों से जुड़ी हर जानकारी घर बैठे पाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली कोरोना ऐप (Delhi Corona App) को लॉन्च कर दिया। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर ‘दिल्ली कोरोना’ के नाम से उपलब्ध है। इस दौरान केजरीवाल ने फिर दोहराया कि हम कोरोना वायरस से चार कदम आगे हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन हमने बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर की सारी व्यवस्था की है। अगर कोई अस्पताल मरीज को भर्ती करने से मना कर देता है तो आप 1031 पर कॉल करें, हम आपको तुरंत उस अस्पताल में भर्ती करवाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि हम एक ऐसा ऐप लॉन्च कर रहे हैं जिससे आपको पता चलेगा कि कोरोना मरीजों के लिए किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं और किस अस्पताल में कितने वेंटिलेटर की व्यवस्था है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का कोई भी अस्पताल कोरोना मरीज का इलाज करने से मना नहीं कर सकता। अगर कोई अस्पताल ऐसा करता है तो सरकार उसका लाइसेंस रद्द करेगी। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना से डरना नहीं है, बल्कि इसके साथ जीना सीखना है और साथ ही इकोनॉमी और लोगों की जिंदगी को भी आगे बढ़ाना है और उसके साथ बेहतर इलाज भी उपलब्ध कराना है।