जौनपुर:इलेक्ट्रिक शव दाह हुआ बेकार,ठेकेदार का पेमेंट रोका गया
मंत्री गिरीश चंद्र यादव बोले : मामले की जांच चल रही है, ठेकेदार का पेमेंट रोका गया है।
जौनपुर। रामघाट पर लाशों की अंतिम संस्कार के लिए करीब डेढ़ करोड़ रूपये की लागत से लगाया गया इलेक्ट्रिक शवदाह सयंत्रण भ्रष्टाचार की भेट चढ़कर उसका ही अंतिम संस्कार हो गया। यह मामला सामने आने के बाद जांच किया जा रहा है लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक जांच पूरी नही हुई। इस मामले पर सूबे के मंत्री व नगर विधायक गिरीश चंद्र यादव ने बताया कि ठेकेदार का भुगतान रोका गया है जांच की जा रही जल्द ही जांच पूरी होने के बाद कठोर कार्रवाई की जायेगी।
रामघाट पर शवदाह से होने वाले प्रदूषण को रोकने लिए तत्कालीन विधायक नदीम जावेद ने अपने निधि से इलेक्ट्रिक शवदाह सयंत्रण लगाने के लिए नगर पालिका परिषद जौनपुर को एक करोड़ 45 लाख 54 हजार रूपये दिया था। 28 दिसम्बर 2016 को इस कार्य के लिए शिलान्यास किया गया। लेकिन एक सप्ताह बाद ही 2017 विधानसभा चुनाव के लिए आर्दश आचार संहिता लागू हो गया। यूपी में भाजपा की सरकार बनी तो नगर विधायक विधायक गिरीशचंद्र यादव नगर विकास राज्यमंत्री बनाये गये। उधर ठीकेदार और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने ऐसा इलेक्ट्रिक शवदाह सयंत्रण लगाया कि उसका बंटन दबते उसका ही अंतिम संस्कार हो गया। यह मामला सामने के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया। ठेकेदार के खिलाफ जांच बैठायी गयी जो आज तक पूरी नही हो पायी है।
इस मामले पर सोमवार को नगर विधायक व सूबे के खेल मंत्री ने बताया कि ठेकेदार के खिलाफ जांच की जा रही है उसका भुगतान रोक दिया गया है जल्द ही जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई भी की जायेगी।