दिल्ली से सटा गुरुग्राम अब हरियाणा में कोरोना संक्रमण का गढ़ बनता जा रहा है। संक्रमण का प्रसार अब पूरी तरह बेकाबू हो चुका है। शुक्रवार को जिले में कोरोना का बड़ा विस्फोट हुआ। एक दिन में सर्वाधिक 115 संक्रमित मरीज मिलने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार को पॉजिटिव पाए गए मरीजों की संख्या गुरुवार को मिले संक्रमितों से डेढ़ गुना से भी ज्यादा रही। जिले में कोरोना के कुल मामलों की संख्या अब 520 हो गई है। इससे पहले एक दिन में सर्वाधिक 68 कोरोना पॉजिटिव मरीज गुरुवार को मिले थे। शुक्रवार को पुराने सभी रिकॉर्ड धाराशाही हो गए।
शुक्रवार को 31 संक्रमित मरीज ठीक भी हुए। उनके दोबारा लिए गए नमूनों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब तक कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या 224 हो गई है। जिले में अभी भी कोरोना संक्रमण के 293 सक्रिय मरीज हैं। जिनका इलाज चल रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग अभी तक कोरोना से तीन लोगों की मौत की पुष्टि भी कर चुका है। जिले में संक्रमण ने अपने पैर बीते तीन दिन में तेजी से फैलाए हैं। इन तीन दिनों में ही संक्रमित मरीजों की संख्या 300 से बढ़कर 500 को भी पार कर गई है।
बढ़ते मरीजों के बीच अब उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की परेशानी खड़ी हो गई है। कोविड अस्पताल बनाए गए सेक्टर-9 के ईएसआई अस्पताल और मानेसर के मेडिओर अस्पताल ने अपने वहां बेड भर जाने की बात कहकर नए मरीजों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। वहीं शहर के अन्य निजी अस्पतालों में भी इतने बेड नहीं हैं कि सभी संक्रमितों को वहां भर्ती किया जा सके। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन मरीजों को होम आइसोलेट करने पर जोर दे रहा है। हालांकि कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड की कमी पर कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। जबकि कोरोना पॉजिटिव मरीज आए दिन अस्पतालों द्वारा उन्हें भर्ती करने से मना करने की शिकायतें प्रशासन से कर रहे हैं।