आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
जौनपुर के पत्रकार उत्पीड़न को लेकर हुये लामबन्द
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने नारेबाजी करते हुये दिया धरना
मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा
जौनपुर। सूबे के खेल मंत्री गिरीश चन्द्र यादव द्वारा जनपद के वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह को दो कौड़ी के हो सहित अन्य अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने के अलावा सुरेरी थाना पुलिस द्वारा पत्रकार को गाली देते हुये मारने एवं मुकदमा दर्ज करने सहित अन्य मुद्दों को लेकर जनपद के पत्रकार लामबन्द हो गये। इसी को लेकर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संजय अस्थाना के नेतृत्व में पत्रकारों का एक समूह कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां जबर्दस्त नारेबाजी करते हुये धरना—प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित 4 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि फर्जी मुकदमा हटाया जायेगा। साथ ही बताया कि पुलिस अधीक्षक ने दोषी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
धरनास्थल पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुये जिलाध्यक्ष श्री अस्थाना ने कहा कि खेल मंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने पत्रकारों को कहा कि दो कौड़ी के हो। तुम्हारी औकात क्या है। देख लूंगा तुमको। ऐसे मंत्री को तत्काल मंत्रिमण्डल से बाहर कर दिया जाय। सुरेरी थाना पुलिस द्वारा दो पत्रकार को इसलिये गाली देते हुये पीटने के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया, क्योंकि वह यह पूछ लिया था कि नेम प्लेट क्यों नहीं लगाये हैं? शाहगंज के पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता को तत्काल गिरफ्तार किया जाय। पत्रकारों की सुरक्षा के लिये असलहे का लाइसेंस दिया जाय। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया जिस पर उन्होंने सकारात्मक आश्वासन दिया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष संजय अस्थाना, देवेन्द्र खरे, पंकज राय, बरसाती लाल कश्यप, प्रदीप पाण्डेय, मयंक श्रीवास्तव, लक्ष्मी नरायन मौर्य, वरूण शुक्ल, रमेश गौतम, बृजेश मिश्र, प्रो. आशाराम यादव, रोहित मिश्र, उमेश चन्द्र तिवारी, श्याम रतन श्रीवास्तव, संदीप श्रीवास्तव, सतीश चौहान, प्रदीप चौरसिया, संजय चौरसिया, गौरव सोनकर, अखिलेश अग्रहरि, सुजीत वर्मा एडवोकेट, आलोक सिंह, एमएच सिद्दीकी, आलोक सिंह, संतोष मिश्रा, संजय प्रजापति, महरोज अहमद, आफताब आलम, सूर्य प्रकाश मौर्य, धर्मेन्द्र गिरि सहित सैकड़ों पत्रकार उपस्थित रहे।