New Delhi…
हिंडेनबर्ग के खुलासे के बाद नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का आज वीडियो स्टेटमेंट जारी
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हिंडेनबर्ग के खुलासे के बाद आज वीडियो स्टेटमेंट जारी किया है.
उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत के स्टॉक मार्केट में आम इन्वेस्टर्स को खतरा है. निवेश जोखिम में है क्योंकि स्टॉक मार्केट को रेगुलेट करने वाले कॉम्प्रोमाइज्ड हैं.
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तीन मांगे की है. जिसमें सेबी की चेयरवूमेन माधबी बुच के इस्तीफे की मांग प्रमुख है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच संयुक्त संसदीय कमेटी यानी जेपीसी से करवाई जाए.
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “…विपक्ष के नेता के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं आपके ध्यान में लाऊं कि भारतीय शेयर बाजार में एक महत्वपूर्ण जोखिम है क्योंकि शेयर बाजार को नियंत्रित करने वाली संस्थाएँ समझौता कर चुकी हैं. अडानी समूह के खिलाफ एक बहुत ही गंभीर आरोप है कि ऑफशोर फंड का उपयोग करके शेयर स्वामित्व और मूल्य हेरफेर करना अवैध है. अब यह सामने आया है कि सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति की उन फंडों में से एक में रुचि थी. यह एक विस्फोटक आरोप है क्योंकि इसमें आरोप लगाया गया है कि अंपायर खुद समझौता कर चुके हैं. देश भर के ईमानदार निवेशकों के पास सरकार के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न हैं- सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया है ? यदि निवेशक अपनी मेहनत की कमाई खो देते हैं, तो कौन जिम्मेदार होगा- पीएम मोदी, सेबी अध्यक्ष, या गौतम अडानी ?… नए और बहुत गंभीर आरोप सामने आए हैं, क्या सुप्रीम कोर्ट एक बार फिर इस मामले की स्वतः संज्ञान लेगा ? अब यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी इस मामले की जांच जेपीसी द्वारा किए जाने के खिलाफ क्यों हैं.”…