आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
केराकत : तड़तड़ाईं गोलियां, चार घायल
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
मकान में गलत टाइल्स लगाने का विवाद बना घटना का कारण
केराकत, जौनपुर। लंबे समय से शांत चल रहे केराकत कस्बे की आबो—हवा में एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट की गूंज ने हलचल मचा दी है। शनिवार की सुबह लगभग नौ बजे एक नवनिर्मित मकान में ईंट पत्थर व गोली चलने की घटना में जहां 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये, वहीं पुलिस बूथ से महज चंद कदमों की दूरी पर दिनदहाड़े गोली चलने की घटना से कस्बे में सनसनी फ़ैल गई है। घायलों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के पश्चात चिकित्सक ने सभी को बेहतर उपचार के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है।
बताते चलें कि केराकत कोतवाली क्षेत्र के सरायबीरु गांव निवासी दिवाकर सिंह का सरायबीरु चौराहे के समीप पहलवान बाबा मंदिर के समीप नवनिर्मित मकान का निर्माण कार्य चल रहा है जहां टाइल्स लगाने में हुई गड़बड़ी को लेकर उनके बेटे से मिस्त्री से विवाद हो गया। आरोप है कि विवाद गहराने पर मिस्त्री ने फोन कर अपने गांव से काफी संख्या में लोगों को बुला लिया था जो मौके पर पहुंचते ही ईंट पत्थर चलाने लगे थे। जब-तक लोग माजरा कुछ समझ पाते कि तड़ातड़ गोली चलने के साथ ही भगदड़ मच गई।
मौके पर नवीन सिंह 31 वर्ष पुत्र दिवाकर सिंह उर्फ गुड्डू, गौरव सिंह 28 वर्ष पुत्र योगेश सिंह, अभिषेक सिंह पुत्र दिवाकर 25 वर्ष घायल हो गए। वहीं मिस्त्री अजय यादव 25 वर्ष पुत्र शंकर यादव निवासी सुरहूरपुर के पेट में गोली लगने से घायल पड़ा हुआ था। आनन—फानन में सभी को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से सभी की हालत गंभीर देखते हुए तत्काल ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है। वहीं घटना से कस्बे में जहां सनसनी फ़ैल गई हैं। वहीं पुलिस बूथ के समीप घटित इस घटना से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। घटना की सूचना होते ही मौके पर प्रभारी निरीक्षक दिलीप सिंह व क्षेत्राधिकारी प्रतिमा वर्मा मयफोर्स पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गयीं। घटना के बाद जिला मुख्यालय से आईं फोरेंसिक जांच टीम ने मौका मुआयना करते हुए जांच पड़ताल कर दिया।
शो पीस बनकर रह गया पुलिस बूथ
केराकत कोतवाली क्षेत्र का सरायबीरु चौराहा कस्बे का महत्वपूर्ण चौराहा है जहां कई गांवों से होकर लोगों का आवागमन होता है तो वहीं आजमगढ़ जनपद के देवगांव, लालगंज सहित आजमगढ़ जाने के लिए इसी मार्ग से जाना पड़ता है। व्यस्ततम स्थल होने के साथ सुरक्षा के लिहाज से भी यह काफी चुनौतीपूर्ण चौराहा है। गौर करें तो तकरीबन दो दशक पूर्व सरायबीरु चौराहा और पहलवान बाबा मंदिर के निकट ही गोली चलने की घटना घटित हो चुकी है जिसमें एक मौत हो गई थी जबकि एक को बदमाश चेतावनी स्वरूप पैर में गोली मारकर चलते बने थे। इन दोनों घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय बाद सरायबीरु चौराहा पर पुलिस बूथ खोला गया था, ताकि सुरक्षा के साथ निगरानी भी होती रहे लेकिन देखा जाए तो यह पुलिस बूथ पुरी तरह से शो-पीस बनकर रह गया है।
अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि किस पक्ष ने चलायी गोली: क्षेत्राधिकारी
मामले की जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी प्रतिमा वर्मा ने कहा कि नवनिर्मित मकान में काम चल रहा है। इसी बीच मकान मालिक व मिस्त्री के मध्य में झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान मालिक पक्ष के 3 लोगों को चोटें आई हैं जिनमें दो लोगों के सर में चोट है और अभिषेक सिंह पुत्र दिवाकर सिंह को गोली लगी है जिनको बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। वहीं दूसरे पक्ष के मिस्त्री अजय यादव पुत्र शंकर यादव सुरूहुरपुर गांव निवासी है। इनको भी पेट में गोली लगी है जिन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि किस पक्ष द्वारा गोली चलाई गई है। जांच के दौरान जो भी स्पष्ट होगा, आगे की कार्रवाई की जाएगी। सुसंगत धाराओं के तहत विधिक कार्यवाही की जाएगी और प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।