ब्यूरो,
नोटा की उपयोगिता पर सूरत के निर्विरोध निर्वाचन ने खड़े किये सवाल
सूरत में बीजेपी उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचित होने पर नोटा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। लोगों का कहना है कि नोटा के रहते हुए निर्विरोध निर्वाचन कैसे हो सकता है। नोटा का उद्देश्य ही ये है कि यदि जनता को उम्मीदवार पसंद नहीं है तो वो नोटा का इस्तेमाल कर के दोबारा चुनाव करा सकती है अब इस मामले में क्या है ये तो विशेषज्ञ ही बता सकते हैं।