आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
नगर पंचायत मड़ियाहूं के अधिवक्ता गोपाल चंद्र केसरी ने अपने पद से दिया इस्तीफा
मडियाहू जौनपुर। स्थानीय तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत मड़ियाहूं के अधिवक्ता गोपाल चंद्र केसरी ने 45 वर्ष बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया, नगर पंचायत में अवैध रूप से तालाब सरकारी जमीन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मनमानी रूप से नगर पंचायत के कुछ दबंग लोग अवैध रूप से कब्जा कर रहे हैं जिसकी शिकायत लिखित तौर पर नगर पंचायत अध्यक्ष को दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है ।
एक तरफ सुबह की योगी सरकार लगातार जीरो टॉलरेंस और भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करें लेकिन दूसरी तरफ जौनपुर जिले के मडियाहू नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का आलम ऐसा सरकारी जमीन हो या सरकारी तालाब जैसे तमाम महत्वपूर्ण स्थान पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है।
लिखित तौर पर हमने प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारियों को भी इसकी शिकायत की है, नगर पंचायत के अधिवक्ता रहे गोपाल चन्द्र केशरी ने बताया कि लगातार नगर पंचायत के अध्यक्ष के पति द्वारा उनके कार्य में हस्तक्षेप किया जा रहा है, जो किया शासनादेश अनुकूल है स्पष्ट रूप से शासनादेश में शासन ने कहा कि जो भी प्रतिनिधि चुनाव जीतेगा वही क्षेत्र और तमाम बैठकों में शामिल होगा, लेकिन मडियाहू नगर पंचायत का आलम ऐसा है कि नगर पंचायत के पति कमाल फारुकी समेत उनके कुछ लोग लगातार बैठक में शामिल होते हैं और तमाम सरकारी दस्तावेज से छेड़छाड़ करते हैं, जिससे आहत होकर आज मैं मडियाहूं नगर पंचायत के अधिवक्ता के पास से इस्तीफा देता हूं, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करूंगा कि मडियाहू नगर पंचायत के तमाम कार्यों व सरकारी तालाब , रास्ता व वफ्फ की जमीन जैसे तमाम महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जांच कराई जाए तो नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों पर गाज गिर सकती है और नगर पंचायत अध्यक्ष पर भी, नगर पंचायत के अधिवक्ता रहे गोपाल चन्द्र केशरी के त्यागपत्र देने के बाद इन दिनों मडियाहू में चर्चा का विषय बना है, क्या आने वाले दिनों में जौनपुर के डीएम इस बात का संज्ञान लेंगे मडियाहू में बढ़ते भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में कामयाब साबित होंगे यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन बढ़ते भ्रष्टाचार को देखते हुए एक अधिवक्ता ने अपना त्यागपत्र दे दिया है। जब इस संबंध में नगर पंचायत का पक्ष जानने के लिए अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मडियाहू चंदन सिंह गौड से बात बात किया तो उन्होंने बताया कि अधिवक्ता का काम करने का मन नहीं है इसलिए उन्होंने त्यागपत्र दे दिया तथा यह पूछा गया कि उन्होंने नगर पंचायत के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं तो कुछ ही दिन पहले आए अतिरिक्त अधिशासी अधिकारी द्वारा कहा गया कि इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष कमाल फारूकी से बात कर ले जब पत्रकार द्वारा दोबारा पूछा कि नगर पंचायत अध्यक्ष कौन है तो उन्होंने कहा कि वहीं उनकी पत्नी है वह भी है फिलहाल इस मामले को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं जोरो पर चल रही है।