ब्यूरो,
लखनऊ के हजरतगंज में स्थित यूपी कोऑपरेटिव बैंक में शनिवार सुबह आग लग गई। कॉआपरेटिव वैसे भी अपने खेल के लिए ही जाना जाता है।
आग बैंक के आठवें तल पर यानी कंप्यूटर रूम में लगी। यह वही कम्प्यूटर रूम है जहां से 146 करोड़ रुपए फंड ट्रांसफर किया गया था। मतलब 146 करोड़ रूपये के गबन की यहां पर रखीं सारी फाइलें जलकर खाक हो गई हैं।
आग लगी या लगाई गई ये जाँच का विषय है लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि जहाँ तमाम अहम रिकॉर्ड रखे गये हों वहीं आग कैसे लगी।
बैंक की GM वित्त ऋतु गुप्ता इस रिकॉर्ड रूम की प्रभारी हैं , जिनकी भूमिका पूरे मामले में संदिग्ध दिख रही है,150 करोड़ गबन में भी ऋतु गुप्ता की भूमिका संदिग्ध थी।उ च्च अधिकारियों से संरक्षण के चलते इनके ऊपर कोई कार्यवाई नहीं हो पाई थी।
देखना होगा कि 150 करोड़ के गबन के मामले में और सारे रिकार्ड जहाँ रखे गये थे उसे आग के हवाले करने के मामले में ऋतु गुप्ता पर जाँच और कार्यवाई कहाँ तक हो पाती है ! या ऋतु गुप्ता अपने पावर से खुद को बचाने में सफल रहेंगी।