मैनपुरी में डिंपल को मिला चाचा शिवपाल का साथ!जिस बाग को सींचा हो खुद नेता जी ने, उसको हम सीचेंगे खून पसीने से : शिवपाल
राजेंद्र कुमार,
लखनऊ विधानसभा चुनावों के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव के साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के सर्वेसर्वा शिवपाल सिंह यादव के साथ चल रही तनातनी गुरुवार को खत्म हो गई. अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल के साथ ने गुरुवार को सैफई में अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से मिलने उनके आवास पर गए. इस मुलाकात में शिवपाल सिंह यादव का साथ अखिलेश यादव को मिल गया है. शिवपाल ने अखिलेश को मैनपुरी उपचुनाव में बहू डिंपल यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का ऐलान किया. और देखते ही देखते सपा के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली मैनपुरी लोकसभा सीट पर पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में को लेकर यादव परिवार एक हो गया.
इटावा के सैफई में मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव और डिंपल यादव की करीब 45 मिनट चलती इस मुलाकात के बाद अब मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर चुनावी समीकरण ही बदल गए. इस मुलाकात में प्रसपा का डिंपल यादव को समर्थन तो मिला ही, शिवपाल सिंह यादव यह ऐलान भी किया कि जिस बाग को सींचा हो खुद नेता जी ने… उस बाग को अब हम सीचेंगे अपने खून पसीने से. बाद में उन्होंने अपने इस कथन को ट्वीट भी किया. अब शिवपाल और उनके पुत्र आदित्य यादव जो प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं भी डिंपल यादव के पक्ष में प्रचार करेंगे. आदित्य यादव ने बताया कि प्रसपा के मुखिया शिवपाल यादव ने कहा है कि डिंपल यादव को मैनपुरी में भारी मतों से जिताना है. उन्होंने इसके लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करके डिंपल यादव को भारी बहुमत से जिताने की अपील करें. डिंपल यादव को मैनपुरी से रिकॉर्ड मत से जीत दिलाकर नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को सच्ची श्रद्धांजलि देनी है.
गौरतलब है कि डिंपल यादव के नामांकन पत्र दाखिल करते समय शिवपाल सिंह यादव मैनपुरी नहीं आए थे. जिसे लेकर यादव परिवार की एकजुटता को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शिवपाल सिंह यादव के नजदीकी इटावा से दो बार सांसद रहे रघुराज सिंह शाक्य को डिंपल यादव के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार दिया. तो कहा जाने लगा अगर शिवपाल सिंह यादव ने डिंपल यादव के पक्ष में प्रचार नहीं किया तो इसका गलत संदेश जाएगा. और शिवपाल के चुप रहने का लाभ बीजेपी प्रत्याशी को मिलेगा. शिवपाल सिंह यादव मैनपुरी लोकसभा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से सपा के विधायक है. उन्हें लेकर इटावा और मैनपुरी में हो रही ऐसी चर्चाओं की भनक सपा मुखिया अखिलेश यादव को हुई तो वह गुरुवार को अपने चाचा से मिलने उनके आवास पर पहुंच गए. इस बारे में जब अखिलेश के बात की गई तो अखिलेश ने कहा कि चाचा शिवपाल सिंह से सलाह लेने के बाद ही मैनपुरी से डिंपल यादव को चुनाव लडाने का ऐलान किया गया था. हम सब मिलकर डिंपल यादव को चुनाव जिताने में जुटें हैं. हमारे बीच किसी भी तरह का मनमुटाव नहीं है. समूचा परिवार एक हैं. प्रसपा के मुखिया और हमारे चाचा शिवपाल सिंह हमारे साथ हैं.