ब्यूरो,
लखनऊ
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में सामूहिक नरसंहार के गढ़ बन चुके प्रयागराज में एक के बाद एक समूचे परिवार की हत्या की वारदात से लोग आतंकित है और कानून व्यवस्था कलंकित है। विगत 22/23 अप्रैल 2022 की रात गंगापार के थरवई थाना क्षेत्र के शिवराजपुर गांव में 4 लोगों की गला रेतकर की गई नृशंस हत्या विचलित करती है।
उक्त घटना में मृतकों में पति पत्नी, उनकी बेटी, गर्भवती बहू तथा एक 2 साल की मासूम पोती है। आशंका है विकलांग बेटी और पांच माह की गर्भवती बहू के साथ दुष्कर्म भी हुआ क्योंकि उनके शरीर के निचले हिस्से में कपड़े नहीं थे। हत्यारों ने घर में आग लगाकर अपना कुकृत्य छुपाने की कोशिश भी की।
प्रयागराज में अभी इसी अप्रैल महीने दो बार सामूहिक हत्याकाण्ड हो चुके हैं। 16 अप्रैल 2022 को नवाबगंज के खागलपुर में 5 लोगों की नृशंस हत्या हुई। इससे पूर्व 25 अक्टूबर 2021 को गोहरी गांव में एक परिवार के 4 लोगों की हत्या हुई। प्रयागराज में सीरियल किलिंग की इन हत्याओं से कानून व्यवस्था में गिरावट का अंदाजा होता है।
भाजपा सरकार कानून व्यवस्था के क्षेत्र में बुरी तरह विफल रही है। मुख्यमंत्री जी के तमाम दावे रोज हो रही हत्याओं से हवाई साबित हुए है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म की तमाम घटनाएं राष्ट्रीय क्राइम ब्यूरो के रिकार्ड में दर्ज है। अपराध नियंत्रण के लिए समाजवादी पार्टी ने जो प्रयास किए थे उन्हें निष्क्रिय करके भाजपा ने जता दिया है कि उसकी नीयत अपराधियों को संरक्षण देने की है। सत्ता संरक्षित अपराधी आज प्रदेश भर में सक्रिय है।