देश के बाहरी राज्यों से उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद राज्य सरकार ने पूल टेस्टिंग का फैसला ले लिया। इसके तहत पांच से 25 तक लोगों के सैंपलों को एक साथ मिलाकर जांचा जाएगा। राज्य सरकार ने सभी जिलों को प्रवासियों की पूल टेस्टिंग शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। अपर सचिव-स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि पूल टेस्टिंग का उपयोग सर्विलांस के लिए किया जाएगा।
अगर किसी पूल का सैंपल पॉजिटिव आता है तो फिर उस पूल के सभी सैंपलों की जांच अलग-अलग की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसका मकसद, यह पता गाना है कि कितने लोगों में संक्रमण है। इसलिए राज्य की सभी सरकारी एवं मान्यता प्राप्त निजी लैब को पूल टेस्टिंग के लिए तैयार रहने को कह दिया गया है। रैंडम सैंपल लेने पहुंची केंद्रीय टीम: श्रीनगर। प्रवासियों के रैंडम सैंपल लेने आईसीएमआर टीम श्रीनगर पहुंच गई।
दो दिनों तक यह सर्वे दल खिर्सू, श्रीनगर, पौड़ी, थलीसैंण, दुगड्डा, बीरोंखाल और जयहरीखाल में रैंडम सैंपल लेगी। फिर इन सैंपलों को बेस चिकित्सालय भेजा जाएगा। डीएम-पौड़ी धीराज गब्र्याल ने बताया है कि, 1931 प्रवासी अब तक यहां पहुंच चुके हैं। देहरादून। उत्तराखंड में अब तक गांव लौटे चार प्रवासियों में कोरोना संक्रमण मिला है। पिछले दिनों ही इसकी पुष्टि हो चुकी है। इनमें से देहरादून में दो, उत्तरकाशी एवं हरिद्वार के गांव में लौटे एक-एक प्रवासी हैं। वहीं, गुरुवार को जिलों से 333 सैंपल जांच को भेजे गए।