ब्यूरो,
उत्तर प्रदेश में हो रहे विधान सभा चुनाव के दूसरे चरण में राज्य के नौ जिलों की 55 सीटों पर चुनाव प्रचार शनिवार की शाम को छह बजे थम गया। प्रचार के अंतिम चरण में इन नौ जिलों की हर विधान सभा सीट पर प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी।
2017 के विधान सभा चुनाव में इन 55 सीटों में सबसे अधिक 77.53 प्रतिशत वोट नकुड़ विधान सभा सीट पर पड़े थे। 2012 के विधान सभा चुनाव में भी इसी सीट पर 77.18 प्रतिशत मतदान हुआ था। प्रचार थमने के साथ ही मतदान की तैयारी शुरू हो गयी। रविवार की सुबह से पोलिंग पार्टियों और सुरक्षा बलों के दस्तों की रवानगी शुरू हो जाएगी। शाम तक पोलिंग पार्टियों और सुरक्षा बलों के दस्तों को अपने सम्बंधित मतदान केन्द्र पर पहुंचने की सूचना जिले की चुनाव मशीनरी को देनी होगी। चूंकि 10 फरवरी को पहले चरण में पश्चिम व बृज अंचल के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान अपेक्षाकृत कम 42 फीसदी के आसपास हुआ इसलिए इस दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के राज्य और इन जिलों की चुनाव मशीनरी ने विशेष प्रयास किये हैं। बीएलओ के साथ बुलावा टोलियों को और सक्रिय किया गया है।
इस दूसरे चरण में पश्चिमी यूपी और रूहेलखंड के नौ जिलों की 55 विधान सभा सीटों पर सोमवार 14 फरवरी को मतदान होगा। इन 55 सीटों से सात सुरक्षित सीटें हैं। शनिवार की शाम को प्रचार थमने के साथ इन नौ जिलों से जुड़ी अन्य जिलों व राज्यों की सीमाएं सील कर दी गयीं। सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गयी। साथ ही शनिवार की शाम को छह बजे से ही इन सभी नौ जिलों में शराब, बीयर व भांग की सभी लाइसेंसी दुकानें बंद करवा दी गयीं। यह दुकानें सोमवार 14 मार्च को मतदान सम्पन्न होने के बाद ही खुलेंगी।