अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत पकतिया में बृहस्पतिवार (14 मई) को एक आत्मघाती हमले में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस हमले में एक सैन्य परिसर को निशाना बनाया जाना था, लेकिन उससे पहले ही विस्फोट हो गया जिसमें पांच नागरिकों की मौत हो गई। घायलों में सैन्य कर्मी भी शामिल हैं।
तालिबान ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है। उसने कहा कि यह राष्ट्रपति अशरफ़ गनी के उन बयानों का प्रतिशोध है जिनमें उन्होंने महिलाओं के एक अस्पताल पर मंगलवार (12 मई) को हुए हमले के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराया था। उस हमले में कम से कम बीस आम नागरिकों की मौत हो गई थी। मृतकों में दो नवजात शिशु, उनकी माएं और कुछ नर्सें भी शामिल थे। उसी दिन नांगरहार प्रांत में एक जनाजे पर हुए एक आत्मघाती हमले में 24 लोगों की मौत हो गई और 68 अन्य घायल हो गए। हालांकि तालिबान ने उस हमले की निंदा करते हुए जिम्मेदारी से इनकार किया था। वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान के काबुल और नंगरहार में हुए आतंकी हमलों की कड़ी भर्त्सना करते हुए हमलों को “कायराना” करार दिया है और अस्पताल में नवजात शिशुओं, मांओं और स्वास्थ्य कर्मियों को निशाना बनाकर किए गए हमलों को “घिनौनी” कार्रवाई की संज्ञा दी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुतारेस ने भी अफगानिस्तान में हुए भयानक हमलों की निंदा की और कहा कि इस प्रकार के हमले बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।