ब्यूरो,
कक्षा – एक की छात्रा लावण्या बनी एक दिन के लिए सीएमओ
बोली – बड़ी होकर करूंगी देश सेवा
वाराणसी, 22 अक्टूबर । मिशन शक्ति-3 अभियान के तहत मेधावी मेघावी बालिकाओं ने शुक्रवार को जिले की व्यवस्था सांकेतिक रूप से संभाली। एक दिन के लिए अफसर बनीं बनी इन बेटियों ने लोगों की समस्याएं सुनीं नी और उनके निराकरण निदान का आश्वासन दिया। इस दौरान उनके सम्बन्धित विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। इसी स क्रम में सेंट जांस मडौली में कक्षा – एक की छात्रा लावण्या त्रिपाठी ने एक दिन के लिए सीएमओ का पद संभाला ।
महिलाओं और बेटियों के हौसले को बढ़ाने, उन्हें स्वालम्बी बनाने, उनके मान-सम्मान की सुरक्षा के लिए चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत इस मेगा इवेंट का आयोजन किया गया था। इसके लिए चिकित्सा, पुलिस, शिक्षा समेत जिले के सभी विभागों को निर्देश जारी किये गये थे कि वह वे अपने-अपने यहां मेधावी मेघावी छात्राओं को एक दिन का सांकेतिक अधिकारी (नायिका) बनायें ये। अपर निदेशक/ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीबी सिंह ने बताया कि महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा एवं स्वावलंबन के लिए मिशन शक्ति फेस-3 के तहत शुक्रवार को सेंट जॉस मडौली में कक्षा एक की छात्रा लावण्या त्रिपाठी (7 वर्ष) को एक दिन के लिए सांकेतिक रूप से मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया । इस दौरान विभाग के सभी अधिकारी वहां मौजूद थे। पदभार संभालने के बाद लावण्या से जब पूछा गया कि उसे कैसा लगा रहा है तो उसने चहकते हुए बोला बहुत सुन्दर। बड़ी होकर वह क्या बनना चाहेगी? इस सवाल के जवाब में लावण्या बोली एक ऐसा अफसर जो देश सेवा में काम आ सके। लावण्या ने कहा वह देश की सेवा करना चाहती है। इसके लिए वह खूब पढ़ेगी और एक दिन बड़ा अधिकारी बनकर समाज की सेवा करेगी। नोडल अधिकारी – मिशन शाक्ति (अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी) डा. एके गुप्ता ने बताया मिशन शक्ति अभियान के तहत शुक्रवार को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों, सभी सीएचसी व पीएचसी में मेघावी छात्राओं को एक दिन के लिए प्रभार सौंपा गया। शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौकाघाट पर दसवीं की मेघावी छात्रा रीमा कुमारी को एक दिन के लिए अधीक्षिका का पद संभालने का मौका दिया गया। पद संभालने के फौरन बाद रीमा ने अस्पताल की व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए कई सुझाव दिए। इसी तरह अन्य केन्द्रों पर भी मेघावी छात्राओं को एक दिन का प्रभार सौंप कर उनका हौसला बढ़ाया गया।