ब्यूरो नेटवर्क
सरकार ने अब हर ग्राम पंचायत में बने पंचायत भवन में जनसुविधा केंद्र की तर्ज पर व्यवस्था बनाई है। इस पंचायत भवन में ग्राम पंचायत सहायक की भर्ती की जा रही है। आने वाले दिनों में ग्रामीणों के तमाम कामों के आनलाइन आवेदन गांव से होने लगेंगे। इसके लिए मुरादाबाद जिले के 643 ग्राम पंचायत में एक-एक पद के लिए चौदह हजार से अधिक आवेदन आए हैं।
सरकार लगातार ग्रामीणों के लिए योजनाएं लाती है लेकिन समय से जानकारी और आवेदन न कर पाने से कई किसान योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते थे। प्रदेश में इस समय 29 योजनाएं चल रही है। नई व्यवस्था में जल्द हर ग्राम पंचायत में बने पंचायत भवन में जनसुविधा की तर्ज पर एक सेंटर तैयार होगा और इसके लिए ग्राम पंचायत सहायक की भर्ती की जा रही है, जो गांव में योजनाओं से जुड़े आवेदन, राशन कार्ड, बिजली बिल, पेंशन, आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण के लिए यहीं मुफ्त आवेदन कर पाएंगे। अब इसके लिए उनको शहर तक दौड़ नहीं लगानी होगी। सिर्फ परिवार रजिस्टर व जन्म प्रमाण पत्र को पांच रुपए जमा करना होगा।
डीपीआरओ व ब्लॉक पर आए आवेदन पत्रों को 23 अगस्त तक संबंधित ग्राम पंचायतों में भेजा जाएगा। डीपीआरओ बताते हैं कि 24 से 31 अगस्त के बीच आवेदन पत्रों की हाईस्कूल व इंटर के नंबरों के आधार पर श्रेष्ठता सूची बनेगी। ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति के सामने प्रस्तुत की जाएगी। फिर इसे डीपीआरओ के पास भेजा जाएगा। जिला स्तरीय समिति परीक्षण व संस्तुति करेगी। आठ से 10 सितम्बर तक चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र मिल जाएंगे। जिन्होंने आरक्षण के हिसाब से आवेदन नहीं किया है उनका आवेदन पत्र निरस्त किया जा रहा है।
643 के ऐवज में 14 हजार ने किया आवेदन
मुरादाबाद जिले के 643 ग्राम पंचायत में ग्रामीण पंचायत सहायक की तैनाती होनी है। इसके लिए सत्रह अगस्त तक जिले,ब्लाक व ग्राम पंचायत में आवेदन जमा किए गए। आठ ब्लाक में करीब सात हजार आवेदन जमा हुए, वहीं ग्राम पंचायत में छह हजार फार्म जमा हुए। जिले पर भी साढ़े तीन से अधिक फार्म आए। जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि सहायक पद की भर्ती के जमा फार्म को ब्लाकों में एकत्र कराने के बाद मुख्यालय के निर्देश पर चयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसमें चयनित सदस्य को हर माह छह हजार मानदेय मिलेगा। इस पद के लिए अर्हता हाईस्कूल, इंटर में सबसे अधिक नंबर वाले को चुना जाना है लेकिन आवेदन इससे कहीं अधिक पढ़ाई करने वाले बेरोजगार युवकों ने भी किया है।