ब्यूरो नेटवर्क
केरल में काल बन रहे कोरोना पर कैसे हो कंट्रोल? लेफ्ट की सरकार की मदद को अपनी टीम भेजेगी मोदी सरकार
केरल में कोरोना एक बार फिर से काल बनने लगा है और इसके लगातार बढ़ते मामले डराने लगे हैं। जिस रफ्तार से केरल में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं, उसने केंद्र सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। यही वजह है कि केंद्र सरकार ने 6 सदस्यीय सेंट्रल टीम को केरल भेजने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, केरल में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय प्रभावी कोरोना प्रबंधन के लिए केरल में छह सदस्यीय टीम की नियुक्ति करेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक एस के सिंह के नेतृत्व में टीम शुक्रवार को केरल पहुंचेगी और कुछ जिलों का दौरा करेगी। मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि टीम राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगी, जमीनी स्थिति का जायजा लेगी और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक उपायों की सिफारिश करेगी।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में कहा, ‘केंद्र सरकार एनसीडीसी निदेशक की अध्यक्षता में छह सदस्यीय टीम केरल भेज रही है। चूंकि केरल में अभी भी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए टीम कोरोना प्रंबंधन में राज्य के चल रहे प्रयासों में सहायता करेगी।’
अगर कोरोना के लेटेस्ट डेटा पर गौर करें तो देश में फिलहाल 1.54 लाख एक्टिव केस हैं, जिसमें केरल का देश के कुल सक्रिय मामलों में 37.1 प्रतिशत हिस्सा है। राज्य में अब हर दिन करीब 20 हजार नए केस सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि केरल सरकार ने राज्य में 31 जुलाई और 1 अगस्त को कंप्लीट लॉकडाउन लगाया है।
दरअसल, देश में आ रहे कुल कोरोना केसों में केरल का योगदान करीब 50 फीसदी है। केरल में बुधवार को कोविड-19 के 22,056 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 33,27,301 हो गई, जबकि 131 और लोगों की मौत होने के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,457 हो गई।
राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 17,761 लोग संक्रमण से ठीक हुए, जिससे अब तक कुल ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 31,60,804 हो गई है। राज्य में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,49,534 हो गई है। पिछले 24 घंटों में, 1,96,902 नमूनों की जांच की गई और संक्रमण दर 11.2 प्रतिशत दर्ज की गई। राज्यभर में अब तक, 2,67,33,694 नमूनों की जांच हो चुकी है।