यूपी के नवनियुक्त डीजीपी मुकुल गोयल ने पद संभालते हुए ही कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना एक चुनौती है और यह लोगों के सहयोग के बिना नामुमकिन है. वहीं पुलिस महकमा को लोगों से सीधे जुड़ने और संवाद कायम करने की सलाह दी है.
लखनऊ: यूपी को अब एक नया डीजीपी मिल गया है. डीजीपी मुकुल गोयल ने पद संभालते ही प्रदेश के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि पुलिस का कर्तव्य क्राईम कन्ट्रोल करना है. लेकिन यह पूरी तरह तभी संभव है जब लोगों का साथ मिलेगा. बिना जनता के सहयोग के क्राइम कंट्रोल करना मुमकिन नही है. डीजीपी मुकुल गोयल जनता से सीधे संवाद के लिए भी जाने जाते हैं. जो ना केवल मुकुल गोयल तक सीमित रहा बल्कि संवाद का यह तरीका इतना कारगर साबित हुआ कि इसे बाद में पुरे यूपी पुलिस में लागू किया गया.
डीजीपी मुकुल गोयल ने पुलिस महकमा में पुलिसकर्मियों को भी जनता से सीधे जुड़ने और उनसे संवाद करने की सलाह दी है. बरैली में सिटी एसपी रहने के दौरान मुकुल गोयल ने वहां के अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए जनता से सीधे संवाद कायम करना शुरू किया. जिसके बाद बरैली में अपराध नियंत्रण में काफी सफलता मिली. मुकुल गोयल के जनता के साथ संवाद कायम कर अपराध पर नियंत्रण पाने की तकनीक इतनी कारगर रही कि इसी प्रयोग के बाद इसे पूरे यूपी पुलिस में लागू किया गया. जिसके बाद मुकुल गोयल की पुलिस महकमें में एक अलग ही छवि बन गई.
डीजीपी मुकुल गोयल ने बताते हुए कहा कि इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी-कभी छोटी घटना ही आगे चलकर बड़ी घटना को जन्म देती है. इसलिए छोटी घटनाओं की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए. जो भविष्य में किसी बड़ी घटना का कारण बने. साथ ही उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना एक चुनौती भरा काम है. बिना लोगों के सहयोग के इसे बनाए रखना मुमकिन नहीं है. इसलिए लोग प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का सहयोग करें. इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों को सलाह देते हुए डीजीपी मुकुल गोयल बोले कि अगर अधिकारी फील्ड में जाएं तो अच्छे काम करने वालों को शाबाशी जरूर दें और अगर कहीं कोई कमी हो तो उसे दूर करें.
वहीं चल रहे किसान आंदोलन पर बोलते हुए डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि जब तक शांतिपूर्ण ढंग से किसान आंदोलन चल रहा है तब तक ठीक है. लेकिन जहां कानून व्यवस्था की बात आएगी वहां पुलिस कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अपना काम करेगी.
मुकुल गोयल ने एसपी के तौर पर 1992 में कमान संभाली थी. एसपी के बाद डीआईजी बने जिसके बाद 2012-13 में आईजी का पद संभाले. पुलिस विभाग में उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए अब उन्हें प्रदेश के डीजीपी पद की कमान उनके हाथों में दी गई है. जिससे पुलिस महकमा और अन्य लोग प्रदेश के साथ-साथ यूपी पुलिस विभाग में सुधार की उम्मीद कर रहें हैं.