लखनऊ. लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से शुरु की गई कर्मयोगी स्कीम के तहत अब छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ आय भी कमा सकेंगे. इस योजना के तहत छात्रों को रोजाना पढ़ाई के बाद दो घंटे काम करना होगा. जिसके लिए उन्हें 300 रुपये दिए जाएंगे. इस रोजगार की अवधि 50 दिन की होगी. शनिवार को एलयू के विद्यार्थियों का कर्मयोगी छात्रवृत्ति योजना के तहत इंटरव्यू और स्किल के आधार पर चयन किया गया. जिसमें विभिन्न संकायों के 71 स्टूडेंट्स चयनित हुए है.
प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ रोजगार मुहैया कराने की दिशा में लखनऊ यूनिवर्सिटी ने यह पहल की है. कर्मयोगी छात्रवृत्ति योजना के तहत विद्यार्थियों से आवेदन मांगे गए थे. जिसमें कुल 540 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था. इस योजना में केवल वहीं विद्यार्थी आवेदन कर सकते है, जिनके अभिभावकों की सालाना आय तीन लाख रुपये से कम हो. साथ ही पिछले सेमेस्टर में विद्यार्थी के कम 60 प्रतिशत से कम न हो.
कर्मयोगी छात्रवृत्ति योजना के तहत चुने गए छात्रों को कैंपस खुलते ही काम के लिए विभाग या कार्यालय आवंटित किया जाएगा. जहां रोजाना 2 घंटे काम करना होगा. इन छात्रों को प्रति घंटे के हिसाब से 150 रुपये दिया जाएगा. साथ ही कार्य अवधि पूरी होने पर इन्हें सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. इसके अलावा नए सत्र से लखनऊ यूनिवर्सिटी की शोध मेधा छात्रवृत्ति शुरू करने की भी योजना है. जिसमें चयनित छात्रों को 3 साल तक पांच हजार रुपये हर महीने दिया जाएगा. इस योजना में नेट एवं गेट की परीक्षा पास करने वाले छात्र ही आवेदन कर सकेंगे.