कोरोना की दूसरी लहर में बंद की गईं अंतरराज्यीय बस सेवा फिलहाल सुचारू नहीं हो पा रही हैं। उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए इंटरस्टेट बस सेवा पर आगामी आदेशों के चलते 15 जून तक पाबंदी बरकरार रहेगी। तीनों ही राज्य सरकारों ने संक्रमण रोकने के लिए इंटरस्टेट बस सेवाओं पर फिलहाल ब्रेक लगा रखा है।
बीते दिनों कोरोना महामारी के कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी राज्यों के लिए बस सेवाओं पर रोक लगा दी थी। इसी प्रकार मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि राज्यों ने भी अंतरराज्यीय बस सेवाओं को बढ़ते संक्रमण के चलते रोक दिया था। अब विभिन्न सरकारों ने इंटरस्टेट सीमा के लिए संचालित होने वाली बसों पर रोक लगी रहने का आदेश पुन: जारी किया है।
मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान परिवहन विभाग की ओर से जारी आदेश से सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों की बस सेवाओं पर रोक लागू रखी गई है। यह आदेश 15 जून तक के लिए लागू रहेगा। हालांकि राजस्थान परिवहन निगम 10 जून को पुन: समीक्षा करके अंतरराज्जीय बस सेवाओं पर निर्णय लेगा।
इधर, उत्तर प्रदेश सरकार ने फिलहाल परिस्थितियों को देखते हुए जस का तस हालात रखने का फैसला लिया है। ज्ञात हो कि गत सप्ताह कोरोना कर्फ्यू में राहत के बाद भी बसों के संचालन में कोई छूट नहीं दी गई थी। संचालक पर रोक बने रहने को लेकर यह आदेश पुन: बढ़ाये गये हैं।
इस आदेश के बाद इंटरस्टेट यात्रा करने वाले तीस से चालीस हजार यात्री सीधे तौर पर प्रभावित होंगे। राजस्थान के लिए जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, धौलपुर, करौली जैसे जिलों में लोगों का आवागमन होता है। इसी तरह मध्य प्रदेश के ग्वालियर, मुरैना, भिंड आदि जिलों में भी लोगों का हर रोज बड़ी तादाद में आवागमन होता था। इस आदेश के बाद बसों का संचालन ठप पड़ा हुआ है।