HDFC बैंक में एक करोड़ 19 लाख की लूट

बिहार में पिछले कुछ दिनों से क्राइम का रेट बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला वैशाली जिले के हाजीपुर में जरुआ का है। बाइक सवार पांच बदमाशों ने एचडीएफसी बैंक से दिनदहाड़े एक करोड़ 19 लाख की लूट को अंजाम दिया है।

गुरुवार को बैंक खुलने के थोड़ी देर बाद करीब 11 बजे लुटेरे परिसर में दाखिल हो गए और उन्होंने दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने बैंककर्मियों और एक ग्राहक को बंधक बनाकर लूट की घटना को अंजाम दिया। बदमाश ग्राहक के 44 हजार रुपए भी लूटकर ले गए।

घटना की सूचना मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारी वरिष्ठ मौके पर पहुंच गए हैं। तिरहुत रेंज के आईजी गणेश कुमार और वैशाली के एसपी मनीष ने वारदात स्थल पर जाकर मुआयना किया है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है।

बैंक खुलने के थोड़ी देर बाद ही अपराधी बैंक में घुस गए और हथियार के बल पर वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गए। बदमाशों ने हथियार का डर दिखाकर ग्राहक और बैंक कर्मियों को अपने कब्जे में ले लिया था।

जानकारी के अनुसार, बाइक सवार बदमाश पांच की संख्या में बैंक पहुंचे थे। लूट के बाद वे हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए। बदमाशों के जाने के बाद बैंक कर्मियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस बैंक के अंदर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है।

केंद्रीय मंत्री के घर के पास है एचडीएफसी बैंक
बदमाशों ने जिस एचडीएफसी बैंक में लूट की इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है उससे कुछ ही दूरी पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का घर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बदमाशों के हौसले कितने बुलंद हैं।

कैशियर को गन प्वाइंट पर लेकर लूटे 7.75 रुपये
इससे पहले बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र के एनएच-28 स्थित स्टेट बैंक की शाखा में बाइक सवार लुटेरों ने 19 मई को धावा बोलकर पौने आठ लाख रुपये लूटे थे। लूट की सूचना मिलते ही सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार पुलिस बल और डीआईयू टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू कर दी थी।

बैंककर्मियों के कामकाज शुरू करते ही करीब बीस-पच्चीस मिनट बाद 7 लुटेरों ने बैंक में धावा बोल दिया था। उस समय करीब एक दर्जन ग्राहक बैंक के अंदर मौजूद थे। बैंक में घुसने के साथ ही एक लुटेरे ने पिस्टल के बल पर काउंटर नंबर दो पर मौजूद दोनों कैशियर को अपने कब्जे में करके कैश काउंटर में रखे रुपये समेटना शुरू कर दिया था।

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