साइकिल गर्ल से चर्चा में आई ज्योती कुमारी के पिता मोहन पासवान का हार्ट अटैक से निधन हो गया। पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान अपने पिता को नई दिल्ली से साइकिल पर बैठाकर 1200 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ज्योति दरभंगा के सिरहुल्ली गांव पहुंची थी। ज्योति के पिता के निधन की खबर गांव में फैलते ही मातमी सन्नाटा छा गया।
बता दें कि इसी वर्ष 25 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ज्योति कुमारी से वर्चुअल संवाद के जरिये बात की थी। साइकिल गर्ल ज्योति इस बार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 से भी नवाजी जाएंगी। ज्योति ने बताया था कि उसने श्रद्धा भाव से अपने बीमार पिता की सेवा की और उनकी जान बचाने को साइकिल से घर पहुंचने का निर्णय लिया। इसमें वह सफल भी हो गईं। उसे उसके सच्ची सेवा और साहसिक कर्म का ईनाम मिला। उसने कहा कि बच्चों को अपने माता-पिता की सेवा श्रद्धा भाव से करनी चाहिए।
साइकिल गर्ल ज्योति कुमारी को एक प्रोडक्शन कंपनी की ओर से उसके जीवन पर शॉर्ट फिल्म एवं वेब सीरीज बनाने का प्रस्ताव मिला था। कंपनी की डायरेक्टर फलक खान व मैनेजिंग डायरेक्टर फराह खान ने सिरहुल्ली पहुंचकर ज्योति को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया था। कंपनी की डायरेक्टर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा था कि इस तरह की फिल्म करने से लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा और छोटी सी बच्ची के जज्बे एवं आत्मविश्वास की सराहना भी होगी। हालांकि फिल्म के प्रस्ताव पर ज्योति के पिता मोहन पासवान ने बताया था कि उन्होंने पहले ही विनोद कापड़ी की शॉर्ट फिल्म को स्वीकार कर लिया। अत: वे उनके प्रस्ताव पर विचार करेंगे। इसके बाद टीम वहां से लौट गयी।