अलीगढ़ में शराब का कहर रविवार को भी जारी रहा। पोस्टमार्टम हाउस पर देर शाम तक 20 शवों का पोस्टमार्टम किया गया। अब तक जिले में जहरीली शराब के सेवन से मरने का वालों का आंकड़ा 71 पर पहुंच चुका है जबकि प्रशासन अब तक 25 मौतों की ही पुष्टि कर रहा है। इधर, सीएमओ ने कहा कि जहरीली शराब से मरने वाले 67 शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। इनमें से 28 की मौत तो लगभग जहरीली शराब से तय मानी जा रही है। बाकी 39 की भी मौत प्रथम दृष्टया जहरीली शराब ही लग रही है। वहीं, शाम पुलिस ने 50 हजार के इनामी विपिन यादव को गिरफ्तार कर लिया है।
शराब कांड में अलीगढ पुलिस ने दर्जन भर से ज्यादा आरोपियों को नामजद करते हुए गिरफ्तारिया शुरू की थी। इस कांड में तीन मुख्य आरोपी सामने आये हैं, जिसमें ऋषि शर्मा, अनिल चौधरी, विपिन यादव शामिल है। अनिल चौधरी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। शेष दोनों मुख्य आरोपी फरार चल रहे थे। जिन पर एडीजी राजीव कृष्ण ने अलीगढ पहुंचकर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। रविवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी विपिन यादव को भी गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीसरा मुख्य आरोपी ऋषि शर्मा अभी फरार चल रहा है। उसकी तलाश में जगह जगह दबिशें दी जा रही है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पकडे गये आरोपी के परिवार पर भी संलिप्ता के आधार पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
वहीं, शुक्रवार को जिले में जहरीली शराब के सेवन से हुआ मौतों का खतरनाक खेल रविवार को भी चलता रहा। हैरत की बात है जब जिले में शराब दुकानों को बंद करा दिया गया था, इसके बावजूद भी परचूनी की दुकानों पर शराब की अवैध बिक्री होती रही और ग्रामीणों ने खरीद कर पी। खैर, टप्पल, पिसावा में हुई मौतों के बाद इनके शव रविवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस पर लाए गए। दिनभर जिलेभर के अलग-अलग गांवों में इस तरह से मौत होने का क्रम जारी रहा।
जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के लिए डीएम जिम्मेदार
सांसद सतीश गौतम ने जिला प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा कि जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के लिए डीएम जिम्मेदार हैं। अगर किसी काम का श्रेय वह लेते हैं तो इस कांड की भी जिम्मेदारी उनकी बनती है। मामले में जल्द ही मुख्यमंत्री निर्णय लेंगे।
आबकारी विभाग पर्दा डालने में जुटा
आबकारी विभाग इतने बड़े शराब कांड पर पर्दा डालने में जुटा हुआ है। हैरत की बात है कि दो दिन बीत जाने के बाद भी इस कांड में घिरे अनुज्ञापियों की दुकानों की सूची विभाग तैयार नहीं कर सका है। इसके अलावा विभाग के पास अब तक जिले की शराब दुकानों से लिए गए नमूनों का रिकार्ड और शराब माफियाओं की सूची तक उपलब्ध नहीं है।
जनपद में अब तक जहरीली शराब के सेवन से 25 मौतें होने की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम पर कई शव एक्सीडेंट व अन्य घटनाओं के भी पहुंचे हैं। कुछ शवों का बिसरा सुरक्षित रख नमूना आगरा लैब भिजवाया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि हो सकेगी। -चंद्रभूषण सिंह, डीएम
शराब कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गठित टीमें गैर जनपदों में भी दबिश दे रही हैं। एक आरोपी का तीन दिन की कस्टडी रिमांड मंजूर हो गई है। सभी आरोपियों पर एनएसए, गैंगेस्टर लगाने व सम्पत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है।
शराब कांड में कुल 67 शव को पोस्टमार्टम कराया गया है। इनमें से 28 की मौत तो लगभग जहरीली शराब से तय मानी जा रही है। बाकी 39 की भी मौत प्रथम दृष्टया जहरीली शराब लग रही है। मगर यह संदिग्ध है। ऐसे में बिसरा व ब्लड जांच को आगरा लैब में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण सामने आएगा।