मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि गांवों को कोविड संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए चलाए जा रहे स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के प्रदेशव्यापी अभियान को एक सप्ताह तक और प्रभावी तरीके से चलाया जाए। गांव में कोविड टेस्टिंग अभियान के तहत निगरानी समितियां घर-घर जाएं, स्क्रीनिंग करें। मुख्यमंत्री शनिवार को टीम-9 के साथ कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्षण युक्त लोगों के बारे में आरआरटी को सूचना देकर उनके एन्टीजन टेस्ट कराया जाए। इसके लिए सीएचसी, पीएचसी पर जाने की आवश्यकता नहीं है। निगरानी समितियों को इण्टीग्रेटेड कमांडेंट एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर के साथ जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में निजी एम्बुलेंस के लिए रेट निर्धारित किये जाने के निर्देश दिए। निजी एम्बुलेंस की दरें दूरी के आधार पर तय कर प्रभावी ढंग से लागू करायी जाए। उन्होंने कहा कि मरीजों और उनके परिजनों का शोषण हर हाल में रोका जाए। इस प्रकार की शिकायतें नहीं प्राप्त होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना कार्यवाही में तेजी लाई जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को संचालित किया जाए। क्वारण्टीन सेन्टरों में भोजन, पेयजल, स्वच्छता की समुचित व्यवस्था हो। कन्टेनमेण्ट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू करते हुए, डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम को और सुदृढ़ किया जाए। गेहूं क्रय एवं खाद्यान्न वितरण की सुचारु और प्रभावी व्यवस्था कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुनिश्चित की जाए, औद्योगिक इकाइयां संचालित रहें। इन इकाइयों में कोविड केयर सेन्टर क्रियाशील रहें।