चुनाव नतीजों के बाद से जारी हिंसा के बीच बीजेपी चीफ जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल पहुंच गए हैं। कोलकाता में एयरपोर्ट पर उतरते ही जेपी नड्डा ने टीएमसी को हिंसा पर चेतावनी देते हुए कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से लड़ाई के लिए तैयार हैं। जेपी नड्डा ने कहा, ‘वैचारिक लड़ाई के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। टीएमसी की गतिविधियां असहिष्णुता से भरी हुई हैं। उसके मुकाबले के लिए हम लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने को तैयार हैं। मैं अब दक्षिण 24 परगना जाऊंगा और बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिलूंगा, जिनकी हिंसा में जान गई है।’ जेपी नड्डा के साथ बीजेपी के सीनियर लीडर कैलाश विजयवर्गीय और भूपेंद्र यादव भी बंगाल पहुंचे हैं।
जेपी नड्डा ने कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जो हुआ है, उन घटनाओं से हम चिंतित हैं और सदमे में हैं। मैंने ऐसी घटनाएं भारत के विभाजन के दौरान ही सुनी थीं। आजाद भारत में चुनाव नतीजों के बाद हमने कभी इस तरह की हिंसा नहीं देखी। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से फोन पर बातचीत कर चिंता जताई है। यही नहीं बीजेपी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी दाखिल कर हिंसा की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शीर्ष अदालत में अर्जी दाखिल की है।
गौरव भाटिया ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मांग की है कि चुनाव के बाद हुई भीषण हिंसा की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने अर्जी में सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि वह बंगाल सरकार से रिपोर्ट तलब करे कि आखिर चुनाव नतीजों के बाद हुई हिंसा को रोकने के लिए उसकी ओर से क्या कदम उठाए गए हैं। इस बीच बीजेपी कार्यकर्ता की पत्नी शेफाली दास ने कहा है कि दक्षिण 24 परगना के कई इलाकों में टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की है। शेफाली दास ने कहा, ‘2 मई को टीएमसी के गुंडों ने मेरे घर पर हमला क्या था क्योंकि मेरे पति बीजेपी के पोलिंग एजेंट थे। यहां तक कि उन्होंने हमें संपत्ति को बेचकर यहां से निकलने की धमकी दी है।’
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ से बात कर हिंसा पर चिंता जताई है। गवर्नर धनखड़ ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने कॉल किया था और कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर गहरी चिंता और नाराजगी व्यक्ति की। मैंने भी इस पर चिंता जताई और बताया कि राज्य में तोड़फोड़, लूट और हत्याओं का दौर लगातार जारी है। राज्य में कानून व्यवस्था को संभालने के लिए तत्काल एक्शन लिए जाने की जरूरत है।’