देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर कोहराम मचा रही है। भारत की मदद करने के लिए लगातार अन्य देश सामने आ रहे हैं। इन सबके बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की। दोनों के बीच कोरोना वायरस संकट पर बात हुई। इस चर्चा के बाद रूसी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर बताया है कि भारत को कई तरह के मेडिकल उपकरण भेजे जा रहे हैं, जिसे आज ही रवाना किया जाएगा। इनमें ऑक्सीजन का प्रोडक्शन करने वाले यूनिट्स हैं, वेंटिलेटर्स हैं समेत कई अन्य उपकरण हैं।
रूस के राष्ट्रपति की ओर से जारी बयान में बताया गया कि कोरोना वायरस के इस संकट के समय में पुतिन ने नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और भारत को मानवता के आधार पर भेजी जा रही इमरजेंसी मदद के बारे में जानकारी दी। बयान में कहा गया, ”रूसी इमरजेंसी मंत्रालय की फ्लाइट्स के जरिए से 22 टन के आवश्यक उपकरणों को भेजा जा रहा है, जिसमें 20 ऑक्सीजन प्रोडक्शन यूनिट, 75 वेंटिलेटर्स, 150 मेडिकल मॉनिटर्स और 2 लाख दवाओं के पैकेट हैं।” भारत के प्रधान मंत्री ने प्रदान की गई सहायता के लिए रूस के राष्ट्रपति को गर्मजोशी से धन्यवाद भी दिया।
दोनों नेताओं ने भारत में रूसी स्पुतनिक-V वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन का स्वागत किया और इसकी एफिकेसी और सेफ्टी के बारे में जिक्र किया। उन्होंने इस तथ्य पर भी संतोष व्यक्त किया कि रूसी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने स्पुतनिक की 850 खुराकों का प्रोडक्शन करने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ एक समझौता किया है। इसका प्रोडक्शन मई में शुरू होना है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुतिन के साथ बातचीत की जानकारी दी थी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि मेरे मित्र व्लादिमीर पुतिन से आज काफी अच्छी बातचीत रही। हमने कोरोना संकट के बढ़ते खतरे को लेकर बात की और उन्हें इस महामारी के दौर में भारत के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। रूस की ओर से भारत को कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक- V की सप्लाई का भरोसा दिया गया है। 1 मई से देश में इस वैक्सीन की सप्लाई शुरू होने की बात कही जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बातचीत के दौरान हमने द्विपक्षीय सहयोग पर भी बात की। खासतौर पर स्पेस मिशन, अक्षय ऊर्जा और हाइड्रोजन इकॉनमी को लेकर भी बात हुई। स्पुतनिक-V वैक्सीन को लेकर हमारा सहयोग मानवता को मजबूत करेगा और कोरोना से जंग को आगे बढ़ाएगा।