कोरोना वायरस से सबसे अधिक तबाह महाराष्ट्र में अभी और सख्ती बढ़ेगी। महाराष्ट्र में 30 अप्रैल के बाद भी पाबंदियों का दौर जारी रहेगा और राज्य में 15 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने एक सुर में लॉकडाउन बढ़ाने पर सहमति जताई। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि ऐसा लगता है कि राज्य में काफी हद तक कोविड-19 की स्थिति स्थिर हो गई है मगर सभी सदस्यों ने इन प्रतिबंधों को बढ़ाने का समर्थन किया है। इसलिए लॉकडाउन को 15 दिनों के लिए बढ़ाया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आगे कहा कि आज (कोरोना वायरस के) 60,000 से ज्यादा मामले हैं। निश्चित रूप से कुछ स्थिरता आई है। हमने पहले पूर्वानुमान जताया था कि (दैनिक) मामले 70,000 से अधिक हो सकते हैं। लेकिन यह नहीं हुआ। अब मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि यह (मामलों की) चरम स्थिति हो और अब से मामलों का ग्राफ गिरना शुरू हो जाए।
महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य सरकार ने चार अप्रैल को 30 अप्रैल तक सप्ताहांत लॉकडाउन और कार्यदिवसों में रात को लोगों की आवाजाही रोकने के लिए रात्रि कर्फ्यू लगाया था। राज्य सरकार ने निजी कार्यालय, सैलून, सिनेमाघर बंद करने सहित और भी कई पाबंदियां लगाई हैं। मौजूदा समय में सप्ताहांत लॉकडाउन शुक्रवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक प्रभावी होता है। फिलहाल किराना, सब्जी की दुकानों और डेयरी को महज चार घंटे सुबह सात बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक ही खोलने की इजाजत है जबकि सामान की होम डिलिवरी रात आठ बजे तक ही करने की अनुमति है।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में तकरीबन हजार लोगों की जान चली गई। यह एक दिन में कोरोना से मरने वालों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में दूसरी लहर के बीच महाराष्ट्र में किस कदर कोरोना कोहराम मचा रहा है। बीते एक दिन में महाराष्ट्र में एक बार फिर से 60 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों में कोविड के 63,309 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,473,394 हो गई। 985 और लोगों की जान जाने के बाद अभी तक राज्य में संक्रमण की वजह से 67,214 लोगों की मौत हो चुकी है। आज 61181 लोग ठीक भी हुए हैं, जिसके बाद कुल रिकवर होने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है और यह 3,730,729 हो गई है।