दिल्ली में मीडिया कर्मियों को नाइट कर्फ्यू के दौरान ई-पास की जरूरत नहीं, आईडी कार्ड ही होगा मान्य

दिल्ली सरकार ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को राहत देते हुए नाइट कर्फ्यू को लेकर जारी किए गए अपने पहले के आदेश में आंशिक संशोधन कर मीडिया कर्मियों को ई-पास लेने की आवश्यकता से मुक्त कर दिया है। ई-पास के स्थान पर अब उनके आईडी कार्ड ही मान्य होंगे। मंगलवार को जारी किए गए आदेश में कहा गया था कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोगों को ई-पास के जरिए आवाजाही की इजाजत होगी।

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने 6 अप्रैल के अपने आदेश में COVID-19 मामलों में आए उछाल के मद्देनजर 30 अप्रैल तक रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। मंगलवार को जारी किए गए आदेश में कहा गया था कि कुछ अन्य श्रेणियों के लोगों के साथ ही प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोगों को भी नाइट कर्फ्यू के दौरान ई-पास के जरिए आवाजाही की इजाजत होगी।

दिल्ली के मुख्य सचिव और कार्यकारी समिति के अध्यक्ष विजय देव द्वारा गुरुवार को जारी डीडीएमए के नए आदेश के अनुसार अब, मीडिया कर्मियों को ई-पास के बजाय अपना आईडी कार्ड साथ लेकर चलने की आवश्यकता होगी।

नाइट कर्फ्यू में ई-पास के लिए मिले 1.19 लाख आवेदनों में से 87 हजार खारिज

दिल्ली में नाइट कर्फ्यू के दौरान यात्रा की अनुमति के लिए ई-पास के लिए जिलों के अधिकारियों को 1.19 लाख आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से लगभग 87,000 को खारिज कर दिया गया। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि ज्यादातर आवेदन इसलिए खारिज किए गए क्योंकि वह कर्फ्यू से छूट पाने वाली श्रेणी में नहीं आते थे या उनमें दी गई सूचना में त्रुटि थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, लंबित आवेदनों की संख्या बुधवार को 30,000 से ज्यादा थी जो घटकर 20,055 रह गई है। कुल 1,19,369 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें

से केवल 12,068 स्वीकार किए गए।

दिल्ली में कोविड-19 के इस साल के सर्वाधिक 7,437 नए मामले, 24 की मौत

दिल्ली में कोविड-19 के 7,437 नए मामले सामने आए हैं, जो इस साल का सबसे बड़ा दैनिक आंकड़ा है, जबकि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 24 और लोगों की मौत हो गई, जिससे राजधानी में मृतकों की संख्या बढ़कर 11,157 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, संक्रमण दर भी पिछले दिन की 6.1 प्रतिशत से बढ़कर 8.1 प्रतिशत हो गई, क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में मामलों में काफी वृद्धि हुई है। इस वर्ष पहली बार एक दिन में 7,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। पिछले दो दिन 5,000 से अधिक नए मामले आए थे।

दिल्ली में अब तक के सबसे अधिक दैनिक मामले 11 नवंबर को आए थे, जब 8,593 मामले आए थे, जबकि शहर में कोविड-19 से सबसे अधिक मौतें 19 नवंबर को हुई थीं, जिस दिन 131 मरीजों की मौत हो गई थी। बुलेटिन में कहा गया कि एक दिन पहले 52,696 आरटी-पीसीआर जांच और 39,074 रैपिड एंटीजन जांच सहित कुल 91,770 जांच की गई थी। गुरुवार को संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 6,98,005 हो गए। अब तक 6.63 लाख से अधिक मरीज वायरस से उबर चुके हैं।

हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीमारी के कारण 24 और लोगों की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 11,157 हो गई। दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या एक दिन पहले के 19,455 से बढ़कर 23,181 हो गई। बुलेटिन में कहा गया है कि होम आइलोसेशन में रखे गए लोगों की संख्या बुधवार के 10,048 से बढ़कर 11,367 हो गई, जबकि कंटेनमेंट जोन की संख्या एक दिन पहले के 3,708 से बढ़कर 4,226 हो गई। 

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