केंद्र को राकेश टिकैत ने दी धमकी, कानून वापस नहीं लिए तो कंपनियों के गोदामों पर होगा निशाना
टिकैत ने केंद्र सरकार को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि तीन कानूनों को वापस नहीं लिया गया, आंदोलन की अगली कार्रवाई के तहत कुछ निजी कंपनियों के गोदामों को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
नई दिल्ली
दिल्ली की सीमाओं पर केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 100 दिन से भी ज्यादा समय से जारी है। पिछले साल नवंबर में शुरू हुआ आंदोलन मार्च में भी जारी है। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरलर को धमकी दी है कि अगर कानून वापस नहीं लिए गए तो वे अब कंपनियों के गोदामों को निशाना बनाएंगे।
टिकैत ने केंद्र सरकार को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि तीन कानूनों को वापस नहीं लिया गया, आंदोलन की अगली कार्रवाई के तहत कुछ निजी कंपनियों के गोदामों को ध्वस्त कर दिया जाएगा। अबोहर से 40 किमी दूर श्रीगंगानगर में संयुक्ता किसान मोर्चा के आह्वान पर बुलाई गई ‘किसान महापंचायत’ में टिकैत ने कहा कि कुछ निजी कंपनियों ने नए कानून को ध्यान में रखते हुए बड़े-बड़े गोदामों का निर्माण किया है और अनाज का भंडारण करना शुरू कर दिया।
टिकैत ने कहा कि भाजपा नीत राजग सरकार बैंकों, बीमा कंपनियों और अन्य सरकारी उद्यमों को निजी कंपनियों को बेचने की योजना बना रही थी। सरकार कानून लाने जा रही है जिसमें दूध, बिजली, फर्टिलाइजर, बीज और मोटर वाहनों की मार्केटिंग कॉर्पोरेट्स के हाथों में चली जाएगी।